डासना देवी मंदिर में धुसे दो संदिग्धों से सुरक्षा एजेंसियों ने की पूछताछ

जागरण संवाददाता गाजियाबाद मसूरी थाना क्षेत्र के डासना देवी मंदिर में बुधवार रात घुसे दो स

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 07:48 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 07:48 PM (IST)
डासना देवी मंदिर में धुसे दो संदिग्धों से सुरक्षा एजेंसियों ने की पूछताछ
डासना देवी मंदिर में धुसे दो संदिग्धों से सुरक्षा एजेंसियों ने की पूछताछ

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मसूरी थाना क्षेत्र के डासना देवी मंदिर में बुधवार रात घुसे दो संदिग्धों से आइबी, एटीएस, एलआइयू समेत पुलिस व अन्य एजेंसियों ने पूछताछ की। आरोपितों से बरामद हुए बैग में सर्जिकल ब्लेड, केमिकल, वैक्यूम थेरेपी में काम आने वाली वैक्यूम सेक्शन मशीन व धार्मिक किताबें मिली हैं। मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती के करीबी अनिल यादव की तहरीर पर पुलिस ने संदिग्धों के खिलाफ फिलहाल धोखाधड़ी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। एसपी देहात डॉ. इरज राजा ने बताया कि आरोपितों से अभी पूछताछ जारी है। जेल जाने के बाद इन्हें कस्टडी रिमांड पर लेकर पुलिस और विस्तार से पूछताछ करेगी।

पुलिस पूछताछ में आरोपित विपुल विजयवर्गीय ने दावा किया कि वह नागपुर का रहने वाला है और कुछ समय पूर्व उसने गाजियाबाद से पैरामेडिकल की पढ़ाई की थी। उसके साथ ही दूसरे आरोपित मोहम्मद कासिफ की बहन आयशा पढ़ती थी। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली थी। पिछले काफी समय से पत्नी अपने मायके सेक्टर 23 संजयनगर आई हुई थी। मार्च में उसने एक बेटी को जन्म दिया था। विपुल का दावा है कि बेटी व पत्नी को लेने के लिए 27 मई को गाजियाबाद आया था। उसने पूछताछ में बताया कि वह महंत यति नरसिंहानंद से शास्त्रार्थ करना चाहता था, इसलिए वह मंदिर परिसर में अपने साले मोहम्मद कासिफ के साथ घुसा था। आरोपित के पास से पुलिस ने कुछ धार्मिक किताबें और एक डायरी बरामद की है। इस डायरी के सात पन्नों पर उसने प्रश्न लिखे हुए हैं जो वह महंत यति से पूछना चाहता था।

बता दें कि बुधवार रात करीब नौ बजे दो युवक मंदिर परिसर में घुसे। एक व्यक्ति ने बाहर पुलिसकर्मियों के पास रजिस्टर में अपनी एंट्री डॉ. विपुल विजयवर्गीय नागपुर व दूसरे ने काशी गुप्ता सेक्टर 23 संजयनगर के नाम से कराई। भीतर जाने पर सेवादारों को दोनों पर शक हुआ और उन्होंने दोनों के बैग की तलाशी ली। बैग में तीन सर्जिकल ब्लेड व कुछ शीशियां मिलीं। इनमें केमिकल है। इसके बाद सेवादारों ने पुलिस को फोन किया और दोनों संदिग्धों को पुलिस के हवाले कर दिया। काशी गुप्ता के नाम से एंट्री कर मंदिर परिसर में घुसने वाले का असली नाम कासिफ है।

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