रैपिड रेस्पांस टीम से हटाए गए चिकित्सक

जागरण संवाददाता गाजियाबाद कोरोना के केस कम हो गए हैं। वैक्सीनेशन किया जा रहा है। धीर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 03:24 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 03:24 PM (IST)
रैपिड रेस्पांस टीम से हटाए गए चिकित्सक
रैपिड रेस्पांस टीम से हटाए गए चिकित्सक

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कोरोना के केस कम हो गए हैं। वैक्सीनेशन किया जा रहा है। धीरे-धीरे स्वास्थ्य विभाग मानने लगा है कि अब कोरोना संक्रमण बढ़ेगा नहीं। यही वजह है कि सीएमओ ने एक दर्जन चिकित्सकों एवं फार्मासिस्टों को रैपिड रेस्पांस टीम से हटाकर उनकी मूल तैनाती पर भेज दिया गया है। यानि कोविड मरीजों की होम आइसोलेशन में निगरानी के लिए गठित की गई रैपिड रेस्पांस (आरआर )टीम को अब समाप्त करने की तैयारी की जा रही है। पांच चिकित्सक और छह फार्मासिस्टों को डासना, लोनी, विजयनगर और मुरादनगर में वापस भेज दिया गया है। इंटीग्रेटिड कंट्रोल रूम से भी काफी स्टाफ को हटा दिया गया है। पांच निजी कोविड अस्पतालों की मान्यता निरस्त कर दी गई है।

----

इनको टीम से हटाया गया

रैपिड रेस्पांस टीम में काम कर रहे डा. सुभाष शर्मा और आशुतोष सिंह की मूल तैनाती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डासना भेज दिया गया है। सीएचसी मुरादनगर के डा. संजय त्यागी, सीएचसी लोनी की डा. पूनम और डा. सतीश कुमार को टीम से हटाकर सीएचसी पर भेज दिया गया है। इनके अलावा फार्मासिस्ट निखिल त्रिवेदी, निरंजन सिंह, रामेंद्र सिंह, सुरेंद्र कुमार, पंकज और नितिन को सीएचसी और पीएचसी पर वापस भेज दिया गया है। यह स्टाफ विगत दस महीने से कोविड रोकथाम के लिए बनाई गई आरआर टीम में काम कर रहा था। इस संबंध में सीएमओ स्तर से आदेश जारी किया गया है।

----

पांच निजी अस्पतालों की कोविड मान्यता निरस्त

स्वास्थ्य विभाग ने पांच निजी अस्पतालों की कोविड मान्यता निरस्त कर दी है। अब इनमें नान कोविड मरीजों को भर्ती किया जा सकता है। संयुक्त अस्पताल में संचालित कोविड एल-2 अस्पताल को बंद करने पर विचार किया जा रहा है। ओपीडी चालू किए जाने की अनुमति मांगी गई है। सीएमएस डॉ. संजय तेवतिया ने बताया कि अब कोरोना के केस कम हो गए हैं। एक सप्ताह से एक भी मरीज अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ है। स्टाफ खाली बैठा हुआ है।

----

कोविड ड्यूटी में लगे स्टाफ को अब हटाया जा रहा है। चिकित्सकों एवं फार्मासिस्टों को अब वैक्सीनेशन के कार्यों में लगाया जाएगा। मूल तैनाती पर स्टाफ वापस भेजा जा रहा है। सक्रिय केस 126 हैं। ऐसे में रैपिड रेस्पांस टीम की अब कोई खास जरूरत नहीं है। जरूरत पड़ने पर फिर से टीम में स्टाफ बढ़ा दिया जाएगा। संयुक्त अस्पताल की ओपीडी शुरू किए जाने को शासन एवं प्रशासन को पत्र भेजा गया है।

- डॉ. एनके गुप्ता, सीएमओ

chat bot
आपका साथी