321 अवैध कॉलोनियों की सूची सार्वजनिक

जीडीए ने अवैध कॉलोनियों में मकान न खरीदने की सलाह लोगों को दी है। जागरूक करने के लिए वेबसाइट पर जारी नोटिस में बताया कि इन कॉलोनियों में जीडीए मानचित्र स्वीकृत नहीं करता। न ही उनमें विकास कार्य कराए जाते हैं। वहां मकान बनाने पर कार्रवाई हो सकती है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Jan 2019 07:53 PM (IST) Updated:Sat, 26 Jan 2019 07:53 PM (IST)
321 अवैध कॉलोनियों की सूची सार्वजनिक
321 अवैध कॉलोनियों की सूची सार्वजनिक

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : जीडीए ने अवैध कॉलोनियों में मकान न खरीदने की सलाह लोगों को दी है। जागरूक करने के लिए वेबसाइट पर जारी नोटिस में बताया कि इन कॉलोनियों में जीडीए मानचित्र स्वीकृत नहीं करता। न ही उनमें विकास कार्य कराए जाते हैं। वहां मकान बनाने पर कार्रवाई हो सकती है।

वर्ष 2006 में जीडीए ने सर्वे कराया था। तब जिले में 206 अवैध कॉलोनियां सूचीबद्ध की गई थीं। अब इन कॉलोनियों की संख्या बढ़ कर 321 हो गई है। यहां लाखों अवैध फ्लैट और मकान बने चुके हैं। बड़ी संख्या में अवैध निर्माण कार्य अब भी जारी है। लोनी, मोदीनगर और मुरादनगर में सबसे ज्यादा इस तरह की गतिविधियां चल रही हैं। शहरी क्षेत्र में गो¨वदपुरम, डूंडाहेड़ा, लाल कुआं, भोपूरा, सिहानी समेत कई इलाकों में अवैध कॉलोनी काटने का सिलसिला धड़ल्ले से चल रहा है। जागरूक न होने और सस्ती जमीन मिलने के कारण लोग अवैध कॉलोनियों में जमीन खरीद कर मकान बना लेते हैं। इसे देखते हुए कुछ वक्त पहले कमिश्नर ने लोगों को जागरूक करने के लिए नोटिस जारी करने के निर्देश जीडीए अधिकारियों को दिए थे। जीडीए ने वेबसाइट पर 321 अवैध कॉलोनियों की पूरी सूची दी है। लोगों से कहा है कि इसमें मकान, प्लॉट न खरीदें।

नये कलेवर में वेबसाइट

जीडीए की वेबसाइट का कलेवर बदल गया है। पहले से ज्यादा सुगम और जानकारी परक वेबसाइट बनाई गई है। संपत्ति संबंधी ऑनलाइन पोर्टल जनहित को इससे जोड़ दिया गया है। पहले वेबसाइट मोबाइल पर आसानी से नहीं खुलती थी। नई वेबसाइट आसानी से खुलती है। ऐसे में लोग कहीं भी बैठे-बैठे आसानी से जानकारी जुटा सकते हैं।

अवैध कॉलोनी में मकान बनाना कानून गलत है। लोगों को इससे बचना चाहिए। कौन सी कॉलोनी अवैध है, लोगों को बताने के लिए इनकी सूची जीडीए की वेबसाइट पर दी गई है।

- संतोष कुमार राय, सचिव, जीडीए

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