शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई बीएड की प्रवेश परीक्षा, 75 फीसद रही अभ्यर्थियों की उपस्थिति

जागरण संवाददातामोदीनगर बीएड की प्रवेश परीक्षा रविवार को मोदीनगर-मुरादनगर के 12 केंद्रो

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Aug 2020 07:46 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 07:46 PM (IST)
शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई बीएड की प्रवेश परीक्षा, 75 फीसद रही अभ्यर्थियों की उपस्थिति
शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई बीएड की प्रवेश परीक्षा, 75 फीसद रही अभ्यर्थियों की उपस्थिति

जागरण संवाददाता,मोदीनगर: बीएड की प्रवेश परीक्षा रविवार को मोदीनगर-मुरादनगर के 12 केंद्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया और अधीनस्थों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। परीक्षा दो पालियों में संपन्न हुई। बसों की कमी के चलते जो अभ्यर्थी सुबह के समय परीक्षा देने समय से नहीं पहुंच पाए थे। उन्होंने दूसरी पाली में परीक्षा दी। बीएड की परीक्षा संपन्न कराने के लिए मोदीनगर में सात जबकि, मुरादनगर में पांच केंद्र बनाए गए थे। इनमें डॉ. केएन मोदी साइंस एंड कामर्स कॉलेज में 1300 तथा रुक्मणी मोदी कॉलेज में एक हजार अभ्यर्थियों का केंद्र बनाया गया था। वहीं, गिन्नी देवी, मुलतानीमल और अन्य केंद्रों में 500-500 अभ्यर्थियों का केंद्र बनाया गया था। अधिकांश केंद्रों में अभ्यर्थियों की उपस्थिति 75 फीसद के करीब रही। 25 फीसद अभ्यर्थी कोरोना और अन्य निजी कारणों से परीक्षा देने के लिए नहीं पहुंचे। डॉ. केएन मोदी साइंस एंड कामर्स कॉलेज में पहली पाली में 1300 में से 968 तथा दूसरी पाली में 971 अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे। कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. सतीशचंद अग्रवाल ने बताया कि तीन अभ्यर्थियों को समय से बस नहीं मिलने के कारण देरी हो गई थी। एसडीएम आदित्य प्रजापति, तहसीलदार उमाकांत तिवारी समेत तमाम अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने अधीनस्थों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उधर,अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र के अंदर सैनिटाइजिग टनल के अंदर से होकर निकाला गया। सभी केंद्रों पर हाथों को सैनिटाइज करने के लिए सेंसरयुक्त मशीनें लगाई गई थीं। जिस अभ्यर्थी ने मॉस्क नहीं लगाया था। उसको भी केंद्र के अंदर प्रवेश नहीं दिया गया।

-सुबह के समय बन गई थी जाम की स्थिति: पहली पाली में परीक्षा का समय नौ बजे से 12 बजे तक था। इसी के चलते दूर से परीक्षा देने आए अभ्यर्थी सुबह सात बजे से ही केंद्रों के पास पहुंच गए थे। उन्होंने अपने वाहन दिल्ली-मेरठ हाईवे के किनारे खड़े कर दिए। जिन्हें जगह नहीं मिली। उन्होंने अपने वाहनों को बीच सड़क पर ही खड़ा कर दिया। हालत यह हो गई कि बस अड्डे से लेकर राज चौपले तक दोनों तरफ सड़क किनारे हजारों की संख्या में वाहन खड़े हो गए। इससे हाईवे पर दौड़ रहे वाहनों की गति थम गई। एक घंटे में ही हाईवे दोनों तरफ करीब दो किलोमीटर लंबा जाम लग गया। लोगों को मिनटों की दूरी को तय करने में घंटों का समय लग गया। इसके बावजूद पुलिस ने व्यवस्था बनाने की जहमत नहीं उठाई। तहसीलदार उमाकांत तिवारी मोदी कॉलेज और गिन्नी देवी पर बनाए गए केंद्र का जायजा लेने पहुंचे तो उनको भी जाम से दो चार होना पड़ा। इसके बाद उन्होंने खुद कमान संभाली और सड़क पर खड़े वाहनों को सख्ती कर हटवाया। उन्होंने मौके पर पुलिस बुलाई और कई वाहनों में पंचर भी किए गए। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद बेतरतीबी से खड़े वाहन वहां से हटाए गए। जिसके बाद करीब 11 बजे हाईवे पर जाम से राहत मिल सकी। वहीं, शाम को पांच बजे परीक्षा छूटने के दौरान भी करीब आधे घंटे के लिए वाहनों की गति थम गई थी। हालांकि पुलिस ने यातायात को सुचारू कराया। इस बारे में मोदीनगर एसएचओ जयकरण सिंह का कहना है कि यातायात सुचारू कराने के लिए पुलिसबल लगाया गया था।

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