पुनर्विकास: टूटेगा गाजियाबाद जंक्शन की पुरानी इमारत का हिस्सा

जागरण संवाददाता गाजियाबाद पुनर्विकास योजना में गाजियाबाद जंक्शन की पुरानी इमारत का कुछ हि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 07:56 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 07:56 PM (IST)
पुनर्विकास: टूटेगा गाजियाबाद जंक्शन की पुरानी इमारत का हिस्सा
पुनर्विकास: टूटेगा गाजियाबाद जंक्शन की पुरानी इमारत का हिस्सा

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: पुनर्विकास योजना में गाजियाबाद जंक्शन की पुरानी इमारत का कुछ हिस्सा तोड़ा जाएगा। मुख्यालय की टीम इसका सर्वे कर चुकी है, जिसके मुताबिक महिला वेटिग रूम व आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त एनएम वशिष्ठ के कार्यालय से लेकर स्टेशन अधीक्षक के कार्यालय तक के हिस्से को तोड़कर प्लेटफार्म के ऊपर बने फूड कोर्ट व वेटिग रूम आवाजाही के लिए लिफ्ट व एस्केलेटर के साथ ऊपरी तल के पिलर का निर्माण होगा। सबसे पुराना एफओबी भी तोड़ा जाएगा, क्योंकि इसकी मियाद पूरी हो चुकी है। तीसरे फुटओवर ब्रिज के निर्माण के लिए भी पुरानी इमारत का कुछ हिस्सा ध्वस्त किया जा चुका है।

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प्लेटफार्म रहेंगे खाली गाजियाबाद जंक्शन के पुनर्विकास की योजना आइआरएसडीसी (भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम) ने बनाई थी। हालांकि विभागीय कारणों के चलते रेल मंत्रालय ने आइआरएसडीसी से गाजियाबाद जंक्शन के पुनर्विकास का काम वापस ले लिया था। बड़ौदा हाउस में गाजियाबाद जंक्शन के पुनर्विकास के लिए समिति गठित की गई है। यह समिति दो बार स्टेशन का निरीक्षण कर चुकी है। पुनर्विकास का काम आइआरएसडीसी की योजना के मुताबिक ही होगा। प्लेटफार्म के ऊपर वेटिग रूम, फूड कोर्ट, रिजर्वेशन और टिकट काउंटर समेत अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। इस तरह स्टेशन के प्लेटफार्म खाली रहेंगे और यात्री आसानी से ट्रेन में चढ़ और उतर सकेंगे।

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30 फीसद से अधिक हिस्सा टूटेगा

गाजियाबाद जंक्शन के निरीक्षण के दौरान उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा था कि पुरानी इमारत बनी रहेगी। अंग्रेजों की बनाई इमारत में प्लेटफार्म की लंबाई करीब 320 मीटर है। पुनर्विकास में 100 से अधिक मीटर का हिस्सा तोड़ा जाएगा, जिसमें एफओबी भी शामिल है। अधिकारियों का कहना है कि यह हिस्सा तोड़े बिना निर्माण नहीं होगा। पुरानी इमारत का अधिक से अधिक हिस्सा ज्यों का त्यों बना रहेगा।

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