जिले में होगा अब एक कंट्रोल रूम, नहीं डायल करने होंगे अलग-अलग नंबर
अब तक हर विभाग का अपना एक अलग कंट्रोल रूम होता है। लोग शिकायत या जानकारी के लिए संबंधित विभाग के कंट्रोल रूम के नंबर पर फोन करते हैं लेकिन अब यह झंझट जल्द खत्म होगी।
जासं, गाजियाबाद: अब तक हर विभाग का अपना एक अलग कंट्रोल रूम होता है। लोग शिकायत या जानकारी के लिए संबंधित विभाग के कंट्रोल रूम के नंबर पर फोन करते हैं, लेकिन अब यह झंझट जल्द खत्म होगी। एक ही नंबर पर काल करने पर सभी विभाग से संपर्क साधा जा सकेगा। अलग-अलग नंबर डायल नहीं करने होंगे। जिले का एक अलग कंट्रोल रूम बनेगा। इसके लिए स्थानीय प्रशासन को मुख्यमंत्री से हरी झंडी मिल गई है।
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने प्रदेश में सबसे पहले कोविड-19 इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम की स्थापना की। इससे कोरोना संक्रमण की रोकथाम में मदद मिली, तो कामगारों को घर भेजने और लाकडाउन में आने वाली परेशानियों से भी जिलेवासियों को छुटकारा मिला। इसे देखते हुए सामान्य दिवस में भी एक जिले का एक कंट्रोल रूम बनाने का निर्णय हुआ है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर ने इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का प्रस्ताव तैयार किया है। इससे सभी विभाग जुड़ेंगे। लोग कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर पर काल करेंगे। इसके बाद जिस विभाग से जुड़ा मामला होगा, उस विभाग के कर्मचारियों के पास काल ट्रांसफर हो जाएगी। बॉक्स..
कंट्रोल रूम से जुड़ने वाले विभाग
चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, शिक्षा, पुलिस
कार्मिक विभाग एवं जिला प्रशासन, विद्युत निगम, नगर निगम, खाद्य एवं रसद, आपदा एवं राहत, जनसंपर्क एवं सूचना प्रोद्योगिकी, अग्नि शमन, आपातकालीन सेवाएं, सोशल वेलफेयर विभाग, कृषि विभाग, प्रदूषण, सूचना विभाग, मेडिकल स्टोर, चिकित्सा उपकरण इकाइयां, आवश्यक वस्तु एवं खाद्य सामग्री, रेलवे, परिवहन, उद्योग, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, जल निगम वर्जन..
एक जिले का एक कंट्रोल रूम होगा, तो जिलेवासियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। इसी उद्देश्य से जल्द ही एक इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनेगा। कंट्रोल रूम से जुड़ा हेल्पलाइन नंबर जल्द जारी होगा।
-अजय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी