अवर अभियंता को आगे रखकर अधिकारी लिख रहे भ्रष्टाचार की पटकथा
अभिषेक सिंह गाजियाबाद निर्माण कार्यो में भ्रष्टाचार की पटकथा अवर अभियंता को आगे रखकर लिख
अभिषेक सिंह, गाजियाबाद: निर्माण कार्यो में भ्रष्टाचार की पटकथा अवर अभियंता को आगे रखकर लिखी जा रही है। बड़े पदों पर बैठे अधिकारी खुद पकड़ में न आएं, इस वजह से रिश्वत लेने के लिए अवर अभियंता को आगे कर देते हैं। ऐसा न केवल नगर पालिका बल्कि नगर पंचायत और नगर निगम में भी हो रहा है।
अजय खुद कर चुका है खुलासा: अजय त्यागी ने गिरफ्तारी के बाद खुद यह खुलासा किया था कि उसने निर्माण कार्य में 16 लाख रुपये की रिश्वत दी है। उसने जेई चंद्रपाल के जरिये नगर पालिका परिषद मुरादनगर की ईओ निहारिका चौहान तक रिश्वत की रकम पहुंचाई थी।
अब वायरल हुआ निहारिका का पत्र: निहारिका चौहान का पत्र भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जो कि फरवरी में जारी किया गया वर्क आर्डर है। जिसमें निहारिका ने मै. अजय त्यागी कान्ट्रेक्टर फर्म के मालिक अजय त्यागी को 60 दिन में कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था। इस पत्र की एक प्रतिलिपि अवर अभियंता चंद्रपाल को भेजी गई थी। चंद्रपाल को निर्माण की गुणवत्ता चेक करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। अब सवाल है कि घूस लेने वाला व्यक्ति गुणवत्ता की जांच कैसे करेगा।
नगर निगम, जल निगम में भी जेई पर ही जिम्मा: नगर पालिका की तरह ही नगर निगम और जल निगम में भी हाल है। यहां पर भी जेई के जरिये ही निर्माण कार्य की रिश्वत अधिकारियों तक पहुंच रही है। धड़ल्ले से भ्रष्टाचार कर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। रिश्वत के खेल में अधिकारी जानबूझकर चुप्पी साधे रहते हैं। बयान नगर निगम में निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर जांच कराई जाएगी, जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। - महेंद्र सिंह तंवर, नगर आयुक्त