डीलना गोशाला में एक सप्ताह में तीन पशुओं की मौत
जागरण संवाददाता मोदीनगर शासन-प्रशासन भले ही कुछ भी दावे करे लेकिन निचले स्तर के अ
जागरण संवाददाता, मोदीनगर : शासन-प्रशासन भले ही कुछ भी दावे करे, लेकिन निचले स्तर के अधिकारियों की कार्यशैली में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं है। यहां भोजपुर ब्लाक के डीलना गांव स्थित गोशाला में एक सप्ताह में सर्दी और बीमारी के चलते तीन पशुओं की मौत हो गई। शुक्रवार को एक गाय तो पूरे दिन तड़पती रही, लेकिन उसे उपचार नहीं मिल सका। इसी कारण उसकी मौत हो गई। जबकि, गायों की देखरेख, चारा-पानी आदि के लिए सरकार द्वारा मोटी रकम जारी की जा रही है।
सैदपुर-हुसैनपुर-डीलना एक ही ग्राम पंचायत है। खंड विकास विभाग की तरफ से डीलना गांव में गोशाला बनाई गई थी जहां फिलहाल 60 से ज्यादा गाय, बछड़े, बछिया, सांड हैं। सर्दी अपने चरम पर है, लेकिन गोशाला में पशुओं को सर्दी से बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। पशुओं की समुचित देखभाल ग्राम सचिव द्वारा नहीं की जा रही है। जो लोग गोवंशों की देखरेख, चारा-पानी उपचार में लगाए गए हैं, वे अपनी जिम्मेदारी का पालन शायद सही से नहीं कर रहे हैं। यही वजह है कि गोशाला में पशु लगातार बीमार हो रहे हैं। एक दर्जन से ज्यादा पशु गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में तीन पशुओं की मौत भी हो चुकी है। लापरवाही का आलम यह है कि एक गाय शुक्रवार को जमीन पर गिर गई। उसे उठाने की बात तो दूर, दिनभर न तो उसको उपचार दिलाया गया और न ही उसको पानी, चारे की व्यवस्था कराई गई। ऐसे में गाय की मौत हो गई। इसके बाद गाय को जमीन में दबवा दिया गया, लेकिन इसकी सूचना उच्च अधिकारियों तक को नहीं दी गई। किसी ग्रामीण को अंदर काम करने वाले कर्मचारी ने जानकारी दी तो उसने वहां पहुंचकर हंगामा किया।
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ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है। यदि ऐसा कुछ है तो ग्राम सचिव से जवाब तलब किया जाएगा।
-फैसल आलम, खंड विकास अधिकारी, भोजपुर