यूनेस्को के आइफेप कार्यक्रम के लिए हुआ इंदिरापुरम की समृद्धि का चयन, बनाएंगी नीतियां
यूनेस्को के इस आइफेप कार्यक्रम के लिए दुनियाभर से मात्र 18 लोगों का चयन किया गया है जिसमें से समृद्धि एक हैं।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। इंदिरापुरम के नीति खंड-2 इलाके की रहने वाली समृद्धि अरोड़ा का यूनेस्को के आइफेप (इन्फॉर्मेशन फॉर ऑल प्रोग्राम) ब्यूरो के लिए चयन हो गया है। यूनेस्को के इस आइफेप कार्यक्रम के लिए दुनियाभर से मात्र 18 लोगों का चयन किया गया है जिसमें से समृद्धि एक हैं।
वो वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस भी करती हैं, अब वो आइफेप से जुड़ने के बाद विश्व के लिए शिक्षा, सूचना सहित अन्य विषयों के लिए प्लान तैयार करेंगी। समृद्धि ने बीकॉम-एलएलबी में गोल्ड मेडल प्राप्त किया। उन्होंने लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स, यूके से कॉरपोरेट लॉ की शिक्षा हासिल करी। इसके बाद यूनाइटेड किंगडम में स्थित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से बीसीएल और यूएसए के हावर्ड केनेडी स्कूल से एक्जीक्यूटिव एजुकेशन की पढ़ाई की।
यूनेस्को, यानि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन का कार्य शिक्षा, प्रकृति, समाज विज्ञान, संस्कृति तथा संचार के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय शांति को बढ़ावा देना है। आइफेप कार्यक्रम के लिए सूचना की स्थापना 2001 में की गई थी। आइफेप का लक्ष्य यूनेस्को के सदस्य राज्यों में सूचना और संसार प्रौद्योगिकी का उपयोग करके दुनिया में राष्ट्रीय सूचना नीतियों और ज्ञान रणनीतियों को विकसित करने और कार्यान्वित करने में मदद करना है। समृद्धि ने बताया कि उनका चयन होने से वह बहुत खुश हैं।
समृद्धि सामाजिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेती हैं, इससे पहले उन्होंने बिजली विभाग की हाइटेंशन लाइन से करंट लग जाने के कारण बुरी तरह से घायल हुए शिवरांशु का केस लड़ा था जिसमें सरकार की ओर से शिवरांशु को मुआवजा दिए जाने की घोषणा की गई थी। ये बिजली विभाग की ओर से अब तक का दिया गया सबसे अधिक मुआवजा है।