39 लाख के फर्जीवाड़े में कंपनी का पूर्व सहायक प्रबंधक समेत दो गिरफ्तार

मुख्य आरोपित पूर्व सहायक प्रबंधक ने बैंक के साथ 39 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा किया था। इस संबंध में कंपनी के अधिकृत प्राधिकारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपित को नोएडा से गिरफ्तार किया है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 08:03 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 08:03 PM (IST)
39 लाख के फर्जीवाड़े में कंपनी का पूर्व सहायक प्रबंधक समेत दो गिरफ्तार
पुलिस ने अभिषेक एवं विक्रांत को पकड़ा है।

गाजियाबाद [आशुतोष गुप्ता]। कविनगर पुलिस ने नोएडा एसटीएफ की मदद से 39 लाख रुपये के फर्जीवाड़े के मामले में एक कंपनी के पूर्व सहायक प्रबंधक समेत दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित पूर्व सहायक प्रबंधक ने बैंक के साथ 39 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा किया था। इस संबंध में कंपनी के अधिकृत प्राधिकारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले की जांच के बाद आरोपित को नोएडा से गिरफ्तार किया है।

भुगतान संबंधी समस्याओं को सुलझाने की थी जिम्मेदारी

कविनगर थाना प्रभारी संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपित मैनपुरी के किशनी निवासी अभिषेक चंद्रा व बिजनौर के नगीना निवासी विक्रांत हैं। उन्होंने बताया कि अभिषेक पूर्व में दिल्ली सदरपुर स्थित एसबीआइ कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विस लिमिटेड में सहायक प्रबंधक था। उसकी जिम्मेदारी एसबीआइ के क्रेडिट कार्ड धारकों की भुगतान संबंधी समस्याओं को सुलझाने की थी। किसी ग्राहक पर पैसा फंसने पर अभिषेक ही बैंक को भुगतान की कार्यवाही पूरी कराता था।

एसबीआइ के क्रेडिट कार्ड धारकों को लगाया चूना

आरोप है कि उसने अपने पद का दुरुपयोग किया और बैंक को 38.73 लाख रुपये का चूना लगा दिया। इस संबंध में कंपनी के वजीरपुर यूनिट के अधिकृत प्राधिकारी अनवर हुसैन रे रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को एसटीएफ की मदद से नोएडा से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में हुआ खुलासा दोस्त के साथ धोखाधड़ी को दे रहा था अंजाम

पूछताछ में पता चला है कि अभिषेक अपने दोस्त विक्रांत के साथ इस धोखाधड़ी को अंजाम दे रहा था। विक्रांत के पास भी एसबीआइ का क्रेडिट कार्ड है। वह ग्राहकों को विक्रांत का नाम भेजकर उसके खाते में पैसे जमा करवाता था। कंपनी ने जब जांच की तो इस धोखाधड़ी का पता चला।

chat bot
आपका साथी