स्टूडेंट्स बोले पीएम सर परीक्षा तो रद कर दी, अब फेयरवेल ही करा दो, अधूरी रह जाएंगी कुछ इच्छाएं

कोरोना वैश्विक महामारी के बीच 12वीं की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर अभिभावक काफी तनाव में थे। परीक्षाएं कराई गई तो कैसे वह बच्चों के स्वास्थ्य के साथ जोखिम ले पाएंगे। वहीं छात्र-छात्रा भी परीक्षाओं के आयोजन को लेकर निर्णय नहीं होने की वजह से असमंजस में थे।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 12:17 PM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 12:17 PM (IST)
स्टूडेंट्स बोले पीएम सर परीक्षा तो रद कर दी, अब फेयरवेल ही करा दो, अधूरी रह जाएंगी कुछ इच्छाएं
मौज मस्ती में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सोनू सूद से ट्विटर पर टैग करके की फेयरवेल पार्टी की मांग।

नई दिल्ली/गाजियाबाद [दीपा शर्मा]। कोरोना वैश्विक महामारी के बीच 12वीं की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर अभिभावक काफी तनाव में थे। परीक्षाएं कराई गई तो कैसे वह बच्चों के स्वास्थ्य के साथ जोखिम ले पाएंगे। वहीं छात्र-छात्रा भी परीक्षाओं के आयोजन को लेकर निर्णय नहीं होने की वजह से असमंजस में थे। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द करने का निर्णय दिया तो अभिभावकों को राहत मिली। वहीं छात्र-छात्रा परीक्षा के तनाव से जैसे ही मुक्त हुए वह भी काफी मस्ती के मूड में दिखे।

अभिभावकों का कहना है कि काफी दिनों बाद उनके बच्चे तनाव मुक्त और खुश दिखे हैं। साथ ही मस्ती भरे ट्वीट और रीट्वीट के मीम्स बनाकर भी खूब वायरल किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा रद्द करने की घोषणा के ट्वीट पर भी छात्र-छात्राओं ने रीट्वीट कर खूब मस्ती की तो वहीं हंसी मजाक भरे स्टेटस भी लगाए।

पीएम नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर कुकि अग्रवाल नाम के एक युवक के रीट्वीट का वाट्सएप स्टेट्स, फेसबुक आदि पर भी लोगों ने जमकर साझा किया। जिसमें लिखा है सर फेयरवेल तो करा दो.. वो 12वीं वाली नेहा को साड़ी में देखना है। साथ ही दूसरे ट्वीट में लिखा कि नेहा सिर्फ नाम नहीं इमोशन है नेहा। इसके बाद युवक ने वीडियो बनाकर बताया वह आठ साल पहले ही 12वीं कर चुके हैं।

छात्र के रीट्वीट का स्क्रीनशॉट के मीम्स बनाकर यूजर खूब वायरल कर रहे हैं। यही नहीं एक छात्र ने सोनू सूद को टैग करते हुए फेयरवेल पार्टी कराने की मांग कर डाली। वहीं एक छात्र ने लिखा प्रधानमंत्री जी मौज कर दीं। मीम्स और स्क्रीनशॉट को अभिभावकों ने भी अपने वाट्सएप स्टेटस पर लगाया।

टापर्स के मन में मलाल

जहां ज्यादातर छात्र परीक्षा रद्द होने से तनावमुक्त हो गए हैं तो वहीं कुछ छात्र-छात्राओं के मन में मलाल है। उनका कहना है कि ऐसे में परीक्षाएं कराना बिल्कुल उचित नहीं और प्रधानमंत्री का निर्णय भी ठीक है, लेकिन साल के शुरुआत से ही मन में टॉप करने के लेकर तैयारी कर रहे थे वह सपना कोरोना की वजह से पूरा नहीं हो सकेगा।

जिले के जिन नौ छात्र-छात्राओं का परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए चयन हुआ था वह परीक्षाएं देने के लिए भी काफी उत्साहित थे, लेकिन अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए वह भी परीक्षाएं रद्द करने के फैसले को ही उचित मान रहे हैं। छात्रा अनन्या मधुर शर्मा ने कहा कि स्वस्थ रहेंगे और जीवन सुरक्षित रहेगा तो जिंदगी में टॉपर बनने के बहुत से मौके मिलेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्र हित में उचित निर्णय लिया है। इस निर्णय का अभिभावक स्वागत करते हैं। परीक्षा रद्द होने का निर्णय होने के बाद से अभिभावक भी तनावमुक्त हैं और छात्रों की ¨चता भी कम हुई है। जो छात्र अपने प्राप्तांक से संतुष्ट नहीं होंगे वह बाद में परीक्षा दे सकेंगे।

विवेक त्यागी, पदाधिकारी, गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन

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