आइपीएस अजय पाल शर्मा की शादी का प्रमाण पत्र तलाशने पहुंची एसआईटी
सब रजिस्टार प्रथम रविंद्र मेहता ने बताया कि एसआईटी की टीम कार्यालय में आई थी। टीम का कहना था कि आरोप के मुताबिक 2016 में दीप्ति और अजय पाल की शादी हुई है। जिसका पंजीकरण भी करवाया गया है।
गाजियाबाद [अभिषेक सिंह]। आइपीएस डॉ. अजय पाल शर्मा और उनको अपना पति होने का दावा करने वाली दीप्ति शर्मा के मामले में जांच तेज हो गई है। बुधवार को एसआईटी की टीम सदर तहसील पहुंची और यहां पर दोनों की कथित शादी के प्रमाण पत्र तलाशने के लिए पत्र लिखकर पांचों सब रजिस्टार के कार्यालय में दिए।
मामला आइपीएस से जुड़ा होने और जांच एसआईटी द्वारा किए जाने की जानकारी मिलने पर सब रजिस्टार एक, दो, तीन, चार और पांच में दोनों की शादी के प्रमाण पत्र की तलाश की गई । सब रजिस्टार प्रथम रविंद्र मेहता ने बताया कि एसआईटी की टीम कार्यालय में आई थी। टीम का कहना था कि आरोप के मुताबिक 2016 में दीप्ति और अजय पाल की शादी हुई है। जिसका पंजीकरण भी करवाया गया है लेकिन जब 2016 में हुई शादियों के पंजीकरण की जानकारी की गई तो उन दोनों की शादी से जुड़ा प्रमाण पत्र नहीं मिला है। सब रजिस्टार हनुमत प्रसाद ने बताया कि उनके यहां भी दोनों की शादी का प्रमाण पत्र नहीं मिला है।
ये है मामला
राजेंद्र नगर निवासी दीप्ति शर्मा का के मुताबिक वर्ष 2016 में उनकी शादी डॉ. अजय पाल शर्मा से हुई थी। डॉ. अजय पाल शर्मा तब गाजियाबाद में एसपी सिटी के पद पर तैनात थे। आरोप है कि डॉ. अजय पाल के अफेयर के कारण उनके संबंध खराब होने लगे, जिसकी शिकायत दीप्ति ने पुलिस, महिला आयोग आदि को भी की थी। दीप्ति की शिकायत पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में अजयपाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। दीप्ति का आरोप यह भी था कि अजयपाल ने साजिश के तहत उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाए और जेल भिजवाया था। दूसरी, तरफ अजयपाल शर्मा पर गौतमबुद्धनगर का एसएसपी रहते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगा था। जिस मामले में शासन ने एसआईटी को जांच सौंपी थी। एसआईटी अब दोनों की शादी से जुड़े मामले की भी जांच कर रही है।