Rohit Sardana: आगे बढ़कर लोगों की मदद करते थे रोहित सरदाना, लोगों ने शेयर की कुछ अनसुनी बातें
क्रासिंग रिपब्लिक स्थित पंचशील वेलिंग्टन सोसायटी में रहने वाले लोगों ने बताया कि रोहित सरदाना जमीन से जुड़े हुए इंसान थे। इतना विख्यात होने के बावजूद कभी उन्होंने अपनी ताकत और संबंधों का गलत इस्तेमाल नहीं किया। हर किसी से दिल से मिलते थे।
गाजियाबाद, विवेक त्यागी। चर्चित टीवी पत्रकार रोहित सरदाना एक ऐसी शख्सियत थे जो आगे बढ़कर लोगों की मदद करते थे। शुक्रवार को जैसे ही लोगों को उनके निधन की खबर मिली तो लोगों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। 42 वर्षीय चर्चित टीवी पत्रकार रोहित सरदाना गाजियाबाद में क्रासिंग रिपब्लिक स्थित पंचशील वेलिंग्टन सोसायटी में टावर-2ए में 18वें फ्लोर पर स्थित फ्लैट में रहते थे। उनके छोटे भाई हितेश सरदाना, जो पतंजलि में मार्केटिंग विभाग में वरिष्ठ पद पर कार्यरत हैं। वह भी इसी सोसायटी के उसी टावर में 17वें फ्लोर पर रहते हैं। पड़ोसियों ने बताया कि स्वजन रोहित सरदाना के शव को अंतिम संस्कार के लिए कुरूक्षेत्र स्थित उनके मूल निवास लेकर गए हैं।
एकाध नहीं सैकड़ों किस्से हैं रोहित के मसीहा बनने के
क्रासिंग रिपब्लिक स्थित पंचशील वेलिंग्टन सोसायटी में रहने वाले लोगों ने बताया कि रोहित सरदाना जमीन से जुड़े हुए इंसान थे। इतना विख्यात होने के बावजूद कभी उन्होंने अपनी ताकत और संबंधों का गलत इस्तेमाल नहीं किया। हर किसी से दिल से मिलते थे जो एक बार उनसे मिल लेता था वह हमेशा के लिए उनका मुरीद हो जाता था। क्रासिंग रिपब्लिक में ही एकाध नहीं, सैकड़ों ऐसे किस्से हैं जब रोहित सरदाना ने मसीहा बनकर लोगों की मदद की। अंजान शख्स की भी पूरे मन से वह इस तरीके से मदद करते थे मानो बरसों पुराना परिचित हो। वर्ष 2017 में सोसायटी में पांचवे फ्लोर पर रहने वाले एक शख्स को करंट की चपेट में आ गए थे। गंभीरावस्था में रोहित उन्हें खुद अस्पताल लेकर पहुंचे थे और सही समय पर सही उपचार कराकर जिंदगी बचाई थी।
क्या बोले लोग
रोहित के निधन से पंचशील सोसायटी ही नहीं, पूरे क्रासिंग रिपब्लिक व देश भर में शोक है। वह एक नेक इंसान थे। हमेशा लोगों की आगे बढ़कर मदद करते थे। हमेशा उनकी याद आएगी।
अविनाश सिंह कौशिक, निवासी पंचशील वेलिंटग्न।
रोहित सरदाना के निधन की सूचना से स्तब्ध हूं। विश्वास ही नहीं हो रहा है कि जिंदादिल इंसान यूं इस तरह इतनी जल्द हम सबको छोड़कर चला जाएगा।
सारिका मिश्रा, अध्यक्ष एओए, पंचशील वेलिंग्टन।