प्री-पेड विद्युत उपभोक्ताओं के रिचार्ज चेक से जमा करने पर रोक की तैयारी

अभी तक प्री पेड मीटर वाले विद्युत उपभोक्ता रिचार्ज नगद भुगतान के अलावा आनलाइन आरटीजीएस और चेक के माध्यम से कर रहे हैं लेकिन अब चेक से रिचार्ज प्रक्रिया पर रोक की तैयारी है।पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. ने बोर्ड में अपील दायर करने की पूरी तैयारी कर ली है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 07:30 PM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 07:30 PM (IST)
प्री-पेड विद्युत उपभोक्ताओं के रिचार्ज चेक से जमा करने पर रोक की तैयारी
विद्युत नियामक बोर्ड में विद्युत अधिकारी कर रहे बदलाव के लिए अपील

गाजियाबाद [शाहनवाज अली]। अभी तक प्री पेड मीटर वाले विद्युत उपभोक्ता रिचार्ज नगद भुगतान के अलावा आनलाइन, आरटीजीएस और चेक के माध्यम से कर रहे हैं, लेकिन अब चेक से रिचार्ज प्रक्रिया पर रोक की तैयारी है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. ने विद्युत नियामक बोर्ड में अपील दायर करने की पूरी तैयारी कर ली है।

क्याें चेक से रिचार्ज प्रकिया को रोका जा रहा

चेक के माध्यम से तुरंत रिचार्ज होने के बावजूद इसके क्लीयरेंस में देरी और चेक बाउंस होने की शिकायतों के बाद यह कदम उठाया जा रहा है। जनपद में अभी करीब साढ़े चार हजार प्री-पेड विद्युत मीटर के उपभोक्ता हैं। इनमें से अधिकांश उपभोक्ता आनलाइन माध्यम से भुगतान कर रिचार्ज करते हैं। वहीं, अन्य उपभोक्ता कैश और आरटीजीएस के अलावा चेक से भी रिचार्ज करते हैं।

चेक क्लीयरेंस के अलावा चेक बाउंस के मामले आ रहे सामने

गाजियाबाद के अलावा प्रदेश के सभी जनपदों में रिचार्ज के लिए चेक से रिचार्ज होने से विद्युत निगम के समक्ष समस्या खड़ी होने लगी है। चेक क्लीयरेंस में समय लगने के अलावा चेक बाउंस के मामले सामने आए हैं। विद्युत अधिकारियों के मुताबिक ऐसे में बिजली इस्तेमाल के बाद वसूली तथा उपभोक्ता के मीटर में क्रेडिट धनराशि को मीटर में निरस्त करने का प्रविधान नहीं है। यही वजह है कि अब विद्युत निगम की ओर से विद्युत नियामक बोर्ड में प्री-पेड उपभोक्ताओं के रिचार्ज के लिए चेक से होने वाले भुगतान के प्रविधान को हटाने के लिए अपील की जा रही है, जिसकी तमाम तैयारियां पूरी हैं।

सभी जिलों में आम हो रही यह शिकायत

गाजियाबाद में करीब दर्जनभर मामले पिछले तीन माह में प्रीपेड विद्युत मीटर वाले उपभोक्ताओं द्वारा चेक से रिचार्ज करने के बावजूद विद्युत निगम के खाते में भुगतान न पहुंचने के दर्जनभर मामले सामने आए हैं। इनमें चेक क्लीयरेंस में देरी और चेक बाउंस होने के मामले भी शामिल हैं। ऐसे ही प्रदेश के सभी जिलों से शिकायतें आम हैं।

गाजियाबाद जोन में कहां कितने हैं प्रीपेड उपभोक्ता

गाजियाबाद प्रथम खंड --- 608

गाजियाबाद द्वितीय खंड --- 1313

गाजियाबाद तृतीय खंड --- 2309

लोनी क्षेत्र ----- 124

मोदीनगर-मुरादनगर --- 83

कुल उपभोक्ता --- 4437

क्या कहते हैं मुख्य अभियंता

प्रीपेड मीटर वाले उपभोक्ता कम संख्या में ही चेक देकर रिचार्ज कराते हैं, लेकिन चेक क्लीयरेंस में देरी और बाउंस होने की समस्या आ रही है। विद्युत नियामक बोर्ड में चेक से रिचार्ज के प्रावधान को खत्म करने के लिए अपील की जा रही है।

एसके पुरवार, मुख्य अभियंता

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