गाजियाबाद की पूजा के साहस की मुरीद हुए पीएम मोदी, पत्र लिखकर मां के हिम्मत व संयम को सराहा

प्रधानमंत्री ने महिला की कविता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह उस मां की चिंता को व्यक्त करती है जब वह अपने बच्चे दूर थी। प्रधानमंत्री ने लिखा कि हिम्मत और सकारात्मक सोच के साथ वर्मा जीवन में आगे बढ़ाना जारी रखेंगी और हर चुनौती का सफलतापूर्वक सामना करेंगी।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 11:47 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 11:47 PM (IST)
गाजियाबाद की पूजा के साहस की मुरीद हुए पीएम मोदी, पत्र लिखकर मां के हिम्मत व संयम को सराहा
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटोः

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र लिखकर गाजियाबाद निवासी महिला की मां के रूप उनके साहस और हिम्मत की सराहना की है। महिला ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कविता के जरिये कोरोना हराने और अपने छह साल के बेटे को अलग रखने की आपबीती बताई थी। उसमे बताया था कि मां और बच्चे के लिए एक दूसरे से अलग रहना कितना मुश्किल होता है। गाजियाबाद के सेक्टर छह में पूजा वर्मा, उनके पति गगन कौशिक और छह वर्षीय बेटा तीन कमरों के फ्लैट में रहते हैं। अप्रैल में पति-पत्नी कोरोना से संक्रमित हो गए थे। ऐसे में बच्चे को संक्रमण से सुरक्षित रखना मुश्किल था। तभी उन्होंने कड़ा फैसला लिया कि वह तीनों अलग-अलग कमरे में रहेंगे। लेकिन उनका बेटा समझ नहीं पा रहा था कि उसे अलग रखकर किस बात की सजा दी जा रही है।

पूजा वर्मा ने बताया कि बच्चे को माता-पिता से अलग रखना आसान नहीं था। वह अकेला कमरे में रहकर माता-पिता के प्यार के लिए तरस रहा था। उसे न तो कोरोना वायरस का कुछ पता था और न ही कोविड-19 के नियमों से कुछ मतलब था। बस उसे माता-पिता के पास जाने ख्वाहिश रहती थी। पूजा ने प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में कविता के जरिये मां के तौर पर अपनी आजमाइश को बयां कि। किस तरह उन्हें अपने बच्चे से अलग रहना पड़ा। प्रधानमंत्री ने भी उन्हें पत्र लिखा और परिवार की कुशलता के बारे में पूछते हुए कहा, “ मुझे खुशी है कि इन हालातों में भी, आप और आपके परिवार ने साहस व सकारात्मक सोच के साथ कोविड के नियमों का पालन करते हुए इस कोरोना से लड़ाई लड़ी है।”

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “शास्त्रों ने हमें बताया गया है कि विपरीत हालातों में संयम नहीं खोना है और साहस बनाए रखनी है।” प्रधानमंत्री ने महिला की कविता की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह उस मां की चिंता को व्यक्त करती है, जब वह अपने बच्चे दूर थी। प्रधानमंत्री ने लिखा कि हिम्मत और सकारात्मक सोच के साथ वर्मा जीवन में आगे बढ़ाना जारी रखेंगी और हर चुनौती का सफलतापूर्वक सामना करेंगी। गगन कौशि ने कहा कि वह और उनकी पत्नी अब बिल्कुल ठीक हो चुके हैं। कोविड नियमों का कड़ाई से पालन करने के कारण उनका बेटा कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ।

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