उन्‍नाव दुष्‍कर्म केस पर बोले नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्‍यार्थी- यह देश के माथे पर कलंक है

कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि हमारे देश मे पूर्वजों को भगवान माना जाता है। पूर्वजों ने हमें रास्ता दिखाया है। अगर उन्‍हीं के बताए रास्ते पर चलते तो आज भी भारत सोने की चिड़िया होता।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 08:08 PM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 08:54 PM (IST)
उन्‍नाव दुष्‍कर्म केस पर बोले नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्‍यार्थी- यह देश के माथे पर कलंक है
उन्‍नाव दुष्‍कर्म केस पर बोले नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्‍यार्थी- यह देश के माथे पर कलंक है

वसुंधरा [सौरभ पांडेय]। हमारे देश मे पूर्वजों को भगवान माना जाता है। पूर्वजों ने हमें रास्ता दिखाया है। अगर उन्‍हीं के बताए रास्ते पर चलते तो आज भी भारत सोने की चिड़िया होता। हम अपने रास्ते से भटककर दूसरों के पीछे चल पड़े हैं। वसुंधरा के सेठ आनंद राम जयपुरिया स्कूल के स्थापना दिवस में पहुंचे नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने ये बातें कहीं।

हिंदी पर सभी को गर्व होता है

कैलाश ने बच्चों और उनके माता पिता को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे गर्व है कि हिंदी हमारी मातृभाषा है। हम सभी को हिंदी पर गर्व होना चाहिए। हज़ारों साल पहले हमारे वेद पुराणों में लिखा गया है कि सबका ज्ञान सबकी दौलत बनेगी। ऐसा हम सबका ध्येय होना चाहिए।

ज्ञान से सभी को लाभ होना चाहिए

हम सबको मिलकर ऐसे ज्ञान की उत्पत्ति करनी चाहिए जो सभी के लिए लाभदायक हो। स्कूली बच्चों से बात कर मुझे ऐसा लग रहा है। शिक्षक शिक्षिकाएं और बच्चे ज्ञान का पुंज बना रहे हैं। सभी को मैं प्रणाम करता हूं।

उन्‍नाव दुष्‍कर्म केस पर भी बोले सत्‍यार्थी

सत्यार्थी ने उन्नाव दुष्‍कर्म केस पर भी कहा कि जो हमारी बेटी के साथ हुआ वो देश के माथे पर कलंक है। हम सबको मिलकर इसे रोकना होगा। हर बेटी की सुरक्षा हमें करनी होगी।

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