गालंद डंपिंग ग्राउंड के विरोध में गाजियाबाद मेयर से मिलने पहुंचे हापुड़ के ग्रामीण, न्याय की गुहार लगाई

ग्राम गालंद में प्रस्तावित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के विरोध में बृहस्पतिवार को कई गांवों के लोग गाजियाबाद नगर निगम में पहुंचे। ग्रामीण महापौर से न्याय की मांग को लेकर गए थे लेकिन महापौर के नहीं मिलने पर ग्रामीण उनके कार्यालय में ज्ञापन देकर लौट आए।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 03:01 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 03:01 PM (IST)
गालंद डंपिंग ग्राउंड के विरोध में गाजियाबाद मेयर से मिलने पहुंचे हापुड़ के ग्रामीण, न्याय की गुहार लगाई
नगर निगम गाजियाबाद में मेयर से मिलने पहुंचे हापुड़ के ग्रामीण।

गाजियाबाद / हापुड़ [संजीव वर्मा ]। नगर निगम गाजियाबाद द्वारा ग्राम गालंद में प्रस्तावित वेस्ट टू एनर्जी प्लांट (ग्रामीणों बता रहे डंपिंग ग्राउंड) के विरोध में बृहस्पतिवार को कई गांवों के लोग गाजियाबाद नगर निगम में पहुंचे। ग्रामीण महापौर से न्याय की मांग को लेकर गए थे, लेकिन महापौर के नहीं मिलने पर ग्रामीण उनके कार्यालय में ज्ञापन देकर लौट आए। दूसरी ओर तीन अक्टूबर से चल रहा धरना अभी तक जारी है। गाजियाबाद नगर निगम द्वारा वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने के लिए ग्राम गालंद में 44.25 एकड़ भूमि खरीद थी। जिस पर पिछले दिनों गाजियाबाद से कूड़ा एकत्र करके चिह्न्ति जमीन पर भेजा गया था।

जिसकी भनक लगते ही ग्राम गालंद, लाखन, मसूरी, पिपलेडा, छिजासी, खिचरा आदि गांव के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और उन्होंने कूड़े से भरे डंपरों को गाजियाबाद लौटा दिया। हालांकि ग्रामीणों के पहुंचने के पहले कुछ डंपर चिह्न्ति जमीन पर कूड़ा डालने के बाद खाली हो चुके थे। तभी से ग्रामीण धरना दिए हुए है और प्रदूषण की संभावना जताते हुए स्वास्थ्य से खिलवाड़ बता रहे हैं। दो दिन पहले गाजियाबाद एवं हापुड़ के जिलाधिकारी और गाजियाबाद के नगर आयुक्त ने बैठक कर ग्रामीणों से वार्ता की थी।

लेकिन, कोई समाधान नहीं निकल सका है। किसी भी तरह प्रस्तावित इस योजना को रुकवाने के लिए ग्रामीण जनप्रतिनिधियों के दरवाजे खटखटाने को मजबूर हैं। बुधवार को ग्रामीण पूर्व विधायक धर्मेश तोमर से भी मिले थे। पूर्व विधायक ने हर स्थिति में ग्रामीणों को साथ देने का भरोसा दिलाया है। ग्राम गालंद के प्रधान संजय कोरी ने बताया कि बृहस्पतिवार को गाजियाबाद महापौर आशा शर्मा से मिलने के लिए कई गांवों के ग्रामीण एकत्र होकर गाजियाबाद नगर निगम के दफ्तर पर गए थे, लेकिन कहीं बाहर होने के कारण महापौर से मुलाकात नहीं हो सकी है। ग्रामीणों ने महापौर को संबोधित ज्ञापन उनके कार्यालय में दिया है।

जिसमें कहा गया है कि मास्टर प्लान 2021 के अंतर्गत डंपिंग ग्राउंड के लिए डूंडा हेडा में जमीन चिह्न्ति की गई थी। बावजूद इसके ग्राम गालंद में डंपिंग ग्राउंड बनाया जा रहा है। जो गलत है। ग्रामीणों ने ग्राम गालंद में प्रस्तावित डंपिंग ग्राउंड को निरस्त करने की मांग की है। राजीव तोमर, हरिओम सिंह, योगेश तोमर, श्रीपाल सिंह, अमन सिंह, सुरेंद्र सिंह, मनोज तोमर, संजू, पूरन सिंह आदि ग्रामीण मौजूद रहे। मामले में उपजिलाधिकारी विजय वर्धन तोमर का कहना है कि मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। आगामी कार्यवाही उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार की जाएगी।

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