बोगस फर्म के नाम पर काटे 252 करोड़ के फर्जी बिल, सीजीएसटी टीम ने बरामद की 62.50 लाख रुपये की नकदी
सेंट्रल जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) ने 38.29 करोड़ रुपये की फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) वसूलने के मामले में मैसर्स एसजी प्लास्टिक कंपनी के मालिक को उसके राजनगर स्थित आवास से गिरफ्तार किया है। टीम ने 62.50 लाख रुपए की नगदी बरामद की है।
गाजियाबाद,जागरण संवाददाता। सेंट्रल जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) ने 38.29 करोड़ रुपये की फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) वसूलने के मामले में मैसर्स एसजी प्लास्टिक कंपनी के मालिक वरुण गुप्ता को उसके राजनगर स्थित आवास से गिरफ्तार किया है। आरोपित ने 17 बोगस फर्म के नाम से 252 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी बिल काटे थे। सीजीएसटी टीम ने उसके आवास से 62.50 लाख रुपये की नकदी बरामद की है।
लोनी के रूपनगर औद्योगिक क्षेत्र में चल रही प्लास्टिक दाना बनाने वाली कंपनी मैसर्स एसजी प्लास्टिक के मालिक वरुण गुप्ता द्वारा 17 बोगस फर्म के जरिये 252.43 करोड़ रुपये के फर्जी बिल काटकर 38.29 करोड़ रुपये की आइटीसी वसूलने का मामला पकड़ में आया है। उसने पिछले चार सालों में दिल्ली और गाजियाबाद में बोगस फर्म दर्शाकर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी की। बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का मामला सीजीएसटी के पोर्टल पर पकड़ में आया तो सीजीएसटी की टीमों को इसकी धरपकड़ के लिए लगाया गया।
गत तीन दिन से टीम अलग- अलग पतों पर छापेमारी कर रही थी, लेकिन बोगस फर्म और गलत पता होने के कारण वह पकड़ में नहीं आया। शनिवार को सीजीएसटी टीम ने गाजियाबाद के राजनगर स्थित आवास से वरुण गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। उसके आवास से ही टीम ने 62.50 लाख रुपये की नकदी सीज करते हुए फर्जी बिल और अन्य महत्वपूर्ण कागजात भी कब्जे में लिए। इसे टीम अपनी बड़ी सफलता मानकर चल रही है।
सीजीएसटी की सहायक आयुक्त प्रभजोत कौर ने बताया कि वर्ष 2017 से वरुण गुप्ता ने कबाडि़यों से प्लास्टिक खरीदने के नाम पर 17 बोगस फर्माें के 252.43 करोड़ रुपये के फर्जी बिल काटे थे । इस बिल के सापेक्ष 38.29 करोड़ रुपये की आइटीसी वसूला गया । मामले में सीजीएसटी टीम देर रात तक रुपनगर स्थित कंपनी में कागजात की देर रात तक जांच में जुटी है। टीम अन्य पतों की भी गहनता से जांच पड़ताल कर रही है।