दिव्यम गर्ग ने सीए फाइनल में हासिल की आल इंडिया 44वीं रैंक
सीए फाइनल व सीए फाउंडेशन का परीक्षा परिणाम सोमवार को जारी हो गया। शहरभर में कई छात्र-छात्राओं ने सीए फाउंडेशन व सीए फाइनल में सफलता पाई है। इनमें से कविनगर निवासी दिव्यम गर्ग ने आल इंडिया 44वीं रैंक हासिल कर अपने माता-पिता के साथ जिले का नाम रोशन किया है।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। सीए फाइनल व सीए फाउंडेशन का परीक्षा परिणाम सोमवार को जारी हो गया। शहरभर में कई छात्र-छात्राओं ने सीए फाउंडेशन व सीए फाइनल में सफलता पाई है। इनमें से कविनगर निवासी दिव्यम गर्ग ने आल इंडिया 44वीं रैंक हासिल कर अपने माता-पिता के साथ जिले का नाम रोशन किया है। दिव्यम ने बताया कि उन्होंने डीपीएसजी मेरठ रोड से 94.8 फीसद अंकों के साथ 12वीं की। उनके पिता राकेश कुमार गर्ग सीए और उनकी मां अनुराधा गर्ग गृहणी हैं। अपने पिता से प्रेरित होकर उन्होंने 12वीं के बाद ही उन्होंने सीए की तैयारी शुरू कर दी। इसके बाद सितंबर 2018 से ही वह सीए फाइल की तैयारी कर रहे थे। हर रोज उन्होंने 10-12 घंटे की पढ़ाई की और आल इंडिया 44वीं रैंक हासिल की।
दिव्यम गर्ग का कहना है कि पूरा पाठ्यक्रम तो पढ़ना ही होता है, इसके लिए कम से कम 10-12 घंटे पढ़ना जरूरी है। वहीं गुलमोहर एन्क्लेव के रहने वाले नीरज लखेरा ने सीए फाइनल की परीक्षा पास की है।
नीरज ने बताया कि वह स्टाक मार्केट में अपना करियर बनाना चाहते हैं। नीरज के पिता केआर लखेरा व्यवसायी व माता शोभा लखेरा गृहणी हैं। नीरज का कहना है कि सीए में सफलता के लिए सबसे पहले लक्ष्य तय कर तैयारी के लिए बेहतर रणनीति बनाना जरूरी है।
इसके अलावा पुराना आर्यनगर की रहने वाली अंकिता गोयल ने सीए परीक्षा में सफलता हासिल की है। अंकिता के पिता मनीष गोयल व्यापारी हैं और मां सरिता गोयल गृहणी हैं। साध ही मुरादनगर के रहने वाले रजत गोयल को सीए की परीक्षा में सफलता मिली है।
रजत बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करना चाहते हैं। उनके पिता नवीन गोयल व्यवसायी और मां शालिनी गोयल बुटीक चलाती हैं। रजत ने बताया कि 2014 में 12वीं की उत्तीर्ण करने के बाद सीए की तैयारी करने लगे थे। रजत का कहना है कि सीए में सफलता के लिए लगातार मेहनत करना जरूरी है।