Rapid Rail: दिल्ली-मेरठ के बीच रफ्तार भरने के लिए रैपिड रेल का निर्माण कार्य पकड़ेगा गति, बाधाएं होंगी दूर

Rapid Rail कोरोना वायरस संक्रमण के कारण धीमी गति से चल रहा काम फिर रफ्तार पकड़ चुका है। एनसीआरटीसी के अधिकारियों के मुताबिक काम की गति से अगले दो साल के भीतर दिल्ली और मेरठ के बीच सफर करने वालों को रैपिड रेल का तोहफा मिल जाएगा।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 03 Jun 2021 07:33 AM (IST) Updated:Thu, 03 Jun 2021 07:36 AM (IST)
Rapid Rail: दिल्ली-मेरठ के बीच रफ्तार भरने के लिए रैपिड रेल का निर्माण कार्य पकड़ेगा गति, बाधाएं होंगी दूर
Rapid Rail: दिल्ली-मेरठ के बीच रफ्तार भरने के लिए रैपिड रेल का निर्माण कार्य पकड़ेगा गति, बाधाएं होंगी दूर

नई दिल्ली/गाजियाबाद, जागरण संवाददादा। अगले 2 साल के भीतर देश की राजधानी दिल्ली और मेरठ के बीच चलने वाली रैपिड रेल के लिए निर्माण का काम तेज हो गया है। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण धीमी गति से चल रहा काम फिर रफ्तार पकड़ चुका है।  एनसीआरटीसी के अधिकारियों के मुताबिक, काम की गति से अगले दो साल के भीतर दिल्ली और मेरठ के बीच सफर करने वालों को रैपिड रेल का तोहफा मिल जाएगा।  इस बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (Regional Rapid Transit System for Rapid Rail) ट्रैक को बिछाने का काम भी तेज गति से शुरू हो गया है।

इस बीच आ रही बाधाओं को लेकर लगातार अधिकारी बैठक के इसका निदान कर रहे हैं। इसी कड़ी में मोदीनगर तहसील में मंगलवार को एसडीएम आदित्य प्रजापति की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें एनसीआरटीसी, पीडब्ल्यूडी, जल निगम नगरपालिका व पुलिस समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान दिल्ली मेरठ के बीच रफ्तार भरने वाली रैपिड रेल निर्माण कार्य में आ रही बाधाओं को दूर करने की योजना बनी। संबंधित विभागों को अपने स्तर पर प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए गए। बैठक में एसडीएम आदित्य प्रजापति ने कहा कि रैपिड रेल निर्माण कार्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न नहीं होनी चाहिए।

एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने मोदीनगर के आबादी क्षेत्र में अतिक्रमण, बिजली की लाइन, धार्मिक स्थल आदि की स्थिति से अवगत कराया। निर्माण कार्य की मौजूदा हालत पर भी एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने विस्तार से जानकारी दी। जहां-जहां पर सड़क चौड़ीकरण नहीं हो पाया है, वहां की भौगोलिक स्थिति के बारे में भी चर्चा की गई।

एसडीएम ने पूरी स्थिति को लेकर नगरपालिका, पीडब्ल्यूडी, जल निगम व पुलिस की जिम्मेदारी व जवाबदेही तय की। नगरपालिका के ईओ से एसडीएम ने कहा कि सड़क पर दूर तक कई जगहों पर कूड़ा डाला जा रहा है, जिसे तत्काल रोकने की जरूरत है।

जल निगम को निर्देश दिए कि दिल्ली-मेरठ हाईवे के दोनों तरफ करीब पांच किलोमीटर की दूरी में बनाए गए मैनहोल व सीवरेज पाइपलाइन के काम को निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए। उन्होंने पूर्व में जल निगम के अधिकारियों द्वारा बरती गई लापरवाही के मुद्दे को भी उठाया और हिदायत दी कि किसी भी स्तर से इस बार लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने इसे लेकर कमिश्नर और उच्चाधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का भी हवाला दिया।

एसडीएम ने कहा कि सड़क चौड़ीकरण में बाधक थाने व डाकघर के अगले हिस्से भी दूसरी जगह स्थानांतरित कराने के लिए तत्काल प्रयास शुरू किए जाएं। ताकि एनसीआरटीसी को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। इस मौके पर सीओ सुनील कुमार सिंह, लोक निर्माण विभाग के बलराम, एनसीआरटीसी के उमेश, जल निगम के अमीरुल हसन समेत तमाम विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

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