देशभर के करोड़ों पॉलिसी धारक जरूर पढ़ें यह खबर, एक गलती से हो सकता है बड़ा नुकसान

पॉलिसी लैप्स हो जाए तो कस्टमर एग्जेक्यूटिव के रूप में कॉल करने वालों के झांसे में बिल्कुल नहीं आएं। बीमा कंपनी की शाखा में जा कर या अधिकृत वेबसाइट से पहले पॉलिसी का स्टेटस चेक करें और भुगतान कंपनी के खाते में ही करें।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 21 Dec 2020 11:14 AM (IST) Updated:Mon, 21 Dec 2020 11:14 AM (IST)
देशभर के करोड़ों पॉलिसी धारक जरूर पढ़ें यह खबर, एक गलती से हो सकता है बड़ा नुकसान
पुलिस इनका संचालन करने वाले करीब 100 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

गाजियाबाद [आयुष गंगवार]। प्रीमियम की रकम का भुगतान नहीं होने पर पॉलिसी लैप्स हो जाए तो कस्टमर एग्जेक्यूटिव के रूप में कॉल करने वालों के झांसे में बिल्कुल नहीं आएं। बीमा कंपनी की शाखा में जा कर या अधिकृत वेबसाइट से पहले पॉलिसी का स्टेटस चेक करें और भुगतान कंपनी के खाते में ही करें। यह कहना है कि सीओ साइबर सेल अभय कुमार मिश्र का, जिनकी टीम ने 17 दिसंबर को कौशांबी के अंसल प्लाजा में चल रहे फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़ कर नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया था। जिले में बीते दो साल में ऐसे छह कॉल सेंटर पकड़े जा चुके हैं। पुलिस इनका संचालन करने वाले करीब 100 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

बेच दिया जाता है डाटा

सीओ ने बताया कि बीमा कंपनियां कस्टमर सर्विस का काम दूसरी कंपनियों से कराती हैं। अभी तक पकड़े गए कॉल सेंटर चलाने वालों से पूछताछ में यही पता चला है कि कॉल सेंटरों में काम करने वाले लोग जॉब छोड़ते समय या काम करते हुए ही पॉलिसी कराने वालों का डाटा बल्क में बेच देते हैं। इसका फायदा उठाकर ठग पॉलिसी धारक को फोन करते हैं। पॉलिसी नंबर समेत अन्य निजी जानकारी ठग के बताने पर लोग भरोसा कर इनके बताए खातों में पैसे डाल देते हैं। आरोपित पॉलिसी रिन्यू कराने ही नहीं, बल्कि मैच्योरिटी से पहले ही इसके फायदे दिलाने का भी झांसा देते हैं, इसीलिए जरूरी है कि किसी के कॉल करने पर झांसे में नहीं आएं। तय प्रक्रिया के तहत ही अपने प्रीमियम का भुगतान करें।

देते हैं ये झांसे

 पॉलिसी के सभी फायदे अभी दिला दूंगा, रकम खाते में जमा करा दो। बाद में यह रिफंड हो जाएगी।  एक और पॉलिसी करा लो तो पहली पॉलिसी की प्रीमियम की रकम लौटा देंगे।  अभी रकम जमा नहीं कराई तो पालिसी रद हो जाएगी और अभी तक जमा कराई गई रकम भी नहीं मिलेगी।  प्रीमियम भुगतान में देरी से पालिसी रिन्यू हो गई है। मगर पूरे फायदों के लिए एडवांस प्रीमियम की रकम का भी भुगतान करना होगा।  पेनल्टी से बचने के लिए कुछ रकम और जमा करनी होगी और यह भी रिफंड हो जाएगी।

 

बरतें सावधानी

 कंपनी की तरफ से भी काल की गई है तो कालर पर भरोसा न करें। कंपनी की वेबसाइट पर लागइन करें या शाखा में जाएं।  किसी भी कंपनी के कस्टुमर केयर का नंबर पता करने के लिए गूगल पर सर्च न करें, क्योंकि ठगों ने अपने मोबाइल नंबर कस्टमर केयर के नाम पर डाल रखे हैं।  कस्टमर एग्जेक्यूटिव से बात करने के लिए किसी भी 10 अंक वाले नंबर पर कॉल न करें। समय से पहले मैच्योरिटी या रिफंड के झांसे में न आएं। आकर्षक ऑफरों पर भी ध्यान न दें।

लगातार हो रही ठगी

सितंबर-2020 तीन पॉलिसी रिन्यू कराने और पेनल्टी से बचने के नाम पर विजयबाला से 16.67 लाख रुपये अपने खाते में डलवाए।  फरवरी-2020 इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यू कराने के नाम पर भूपेंद्र आहूजा से ठगे 63 हजार रुपये मई-2019 ग्रेटर नोएडा निवासी हरजीत सिंह से पॉलिसी कराने के नाम पर 50 लाख रुपये की ठग लिए।

 अभय कुमार मिश्र )सीओ, साइबर सेल) का कहना है कि नई पॉलिसी लेन पालिसी को रिन्यू कराने के लिए आई काल का विश्वास कभी न करें। यदि आनलाइन चेक नहीं कर सकते तो बीमा कंपनी की शाखा में संपर्क करें। 

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