Coronavirus: ऑक्सीजन न मिलने से सड़क पर तोड़ दिया दम, सामुदायिक भवनों में बेड व ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग

Coronavirus पहली घटना में एक बेटा अपने सेवानिवृत्त शिक्षक पिता को लेकर दिल्ली से लेकर गाजियाबाद तक के अस्पताल में इलाज के लिए चक्कर काटता रहा। कहीं भी इलाज नहीं मिला। वैशाली सेक्टर एक में बेटे के सामने पिता ने दम तोड़ दिया।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 12:49 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 12:49 PM (IST)
Coronavirus: ऑक्सीजन न मिलने से सड़क पर तोड़ दिया दम, सामुदायिक भवनों में बेड व ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग
ट्रांस हिंडन में मानवता को शर्मसार करने वाली दो घटनाएं सामने आई हैं।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। दिल्ली से सटे ट्रांस हिंडन में मानवता को शर्मसार करने वाली दो घटनाएं सामने आई हैं। पहली घटना में एक बेटा अपने सेवानिवृत्त शिक्षक पिता को लेकर दिल्ली से लेकर गाजियाबाद तक के अस्पताल में इलाज के लिए चक्कर काटता रहा। कहीं भी इलाज नहीं मिला। वैशाली सेक्टर एक में बेटे के सामने पिता ने दम तोड़ दिया। कोई राहगीर भी मदद के लिए सामने नहीं आया। वहीं, दूसरी ओर शालीमार गार्डन में एक स्कूल में कोरोना से संक्रमित चौकीदार ने दम तोड़ दिया। चौकीदार की पत्नी 24 घंटे तक साथ रही। जानकारी मिलने पर आनन फानन में प्रशासन ने स्कूल को सील किया।

बेटे के सामने पिता ने तोड़ दिया दम

दिल्ली के ईस्ट विनोद नगर में यशवीर सिंह परिवार के साथ रहते हैं। उनके पिता सुर्जन सिंह (65) सेवानिवृत्त शिक्षक थे। कुछ दिन पूर्व सुर्जन सिंह के सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ हुई तो परिवार के लोग उन्हें दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में ले गए। जांच में पता चला कि सीने में संक्रमण है। कोरोना संक्रमण के संदेह में उन्हें दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

यशवीर सिंह के साले हरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि जीटीबी में बीते रविवार को जांच के बाद बताया कि कोरोना संक्रमित नहीं हैं। देर रात सभी लोग घर आ गए। सोमवार को सुर्जन सिंह के शरीर में आक्सीजन की मात्र घटने के साथ सांस लेने में तकलीफ होने लगी। यशवीर और हरेंद्र उन्हें लेकर दिल्ली और गाजियाबाद के कई अस्पतालों में गए। सोमवार को पूरा दिन वह एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में सुर्जन सिंह के इलाज के लिए भटकते रहे। आरोप है कि किसी अस्पताल ने इलाज नहीं किया। सोमवार शाम चार बजे यशवीर अपने पिता को एक अन्य अस्पताल ले जा रहे थे। तभी वैशाली सेक्टर एक में उनके पिता ने आक्सीजन न मिलने से दम तोड़ दिया।

कोई मदद को नहीं आया सामने

हरेंद्र सिंह का कहना है कि वह दो घंटे तक शव लेकर सड़क किनारे खड़े रहे, कोई मदद के लिए सामने नहीं आया। बाद में स्थानीय पार्षद मनोज को जानकारी मिली तो वह मौके पर पहुंचे और एंबुलेंस की व्यवस्था कर शव को घर भेजा। हरेंद्र का कहना है कि एक साल में सरकार की ओर से आक्सीजन और अस्पतालों में बेड तक की व्यवस्था नहीं हो सकी लिहाजा मरीजों की इलाज के अभाव में मौत हो रही है।

कोरोना से मौत, शव के साथ पत्नी ने बिताए 24 घंटे

शालीमार गार्डन एक्सटेंशन - एक में एनसीपी स्कूल के चौकीदार की कोरोना संक्रमित होने से इलाज के अभाव में मौत हो गई। चौकीदार की चार दिन पहले कोरोना की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। आरोप है कि जिला प्रशासन को सूचना देने के बाद भी चौकीदार को इलाज नहीं मिला। बाद में जब प्रशासन ने सुध ली तब तक चौकीदार की मौत हुए 24 घंटे बीत चुके थे। 24 घंटे से पत्नी शव के साथ थी। वह रो रही थी। इसके बाद नगर निगम की टीम ने स्कूल को सील कर दिया। इस घटना के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

सामुदायिक भवनों में पांच-पांच बेड व ऑक्सीजन की व्यवस्था कराने की मांग की

राजनगर एक्सटेंशन की सोसायटियों में बढ़ते कोरोना संक्रमण चलते ने फेडरेशन ऑफ राजनगर एक्सटेंशन एओए ने प्रशासन से सोसायटियों के सामुदायिक भवनों में पांच-पांच बेड व ऑक्सीजन की व्यवस्था कराने की मांग की है, जिससे आपातकाल में मरीज की जान बचाई जा सके। फेडरेशन ने सोसायटी निवासियों के साथ ऑनलाइन मीटिंग कर यह निर्णय लिया है।

फेडरेशन ऑफ राजनगर एक्सटेंशन एओए के अध्यक्ष राजकुमार त्यागी ने बताया कि राजनगर एक्सटेंशन के पास निजी अस्पताल को कोविड अस्पताल घोषित किया जाना चाहिए। वर्तमान में अस्पतालों में कोरोना मरीजों को भर्ती नहीं कराया जा रहा है।

प्रत्येक सोसायटी में सामुदायिक भवन है। मरीजों के लिए उसमें बेड के साथ दवा की व्यवस्था की जाए। उन्होंने बताया कि संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन से जल्द ही कोई कदम उठाने की मांग की है। आशियाना पार्म कोर्ट से सचिन, ब्रेव हार्टस से एओए अध्यक्ष डा. प्रदीप शर्मा, एसजी इंप्रेशन 58 एओए अध्यक्ष सुनील त्यागी, केडीपी ग्रांड सवाना से वरुण त्यागी व गुलमोहर गार्डन से आदित्य आदि सोसायटी के जिम्मेदार लोगों के साथ उन्होंने ऑनलाइन बैठक की है। फेडरेशन के अध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण फैलने के बाद से साफ-सफाई कम हो रही है। लोग खुले में ही मास्क फेंक रहे हैं। उन्होंने प्रशासन को पत्र लिखकर सोसायटियों में प्रतिदिन सफाई और सैनिटाइज कराने की मांग की है।

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