पुलिस कार्रवाई का फीड बैक लेने के लिए सभी थानों में बनी सेल, जानिए इसके फायदे

जिले के सभी थानों में अलग से फीड बैक सेल का गठन हुआ है। सेल में तैनात पुलिसकर्मी पुलिस कार्रवाई का फीड बैक लेने के लिए प्रत्येक पीड़ित को फोन करेंगे और एक-एक पीड़ित से पूछेंगे कि क्या वह पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Wed, 31 Mar 2021 06:47 PM (IST) Updated:Wed, 31 Mar 2021 06:47 PM (IST)
पुलिस कार्रवाई का फीड बैक लेने के लिए सभी थानों में बनी सेल, जानिए इसके फायदे
प्रत्येक पीड़ित को फोन कर लिया जाएगा फीड बैक।

गाजियाबाद [विवेक त्यागी]। किसी पीड़ित के साथ अन्याय न हो। पुलिस के स्तर से ही हर पीड़ित को 100 फीसद न्याय मिल सके। इसके लिए नवनियुक्त डीआइजी/एसएसपी गाजियाबाद अमित पाठक ने नया प्रयोग किया है। उन्होंने जिले के सभी थानों में अलग से फीड बैक सेल का गठन कराया है। सेल में तैनात पुलिसकर्मी पुलिस कार्रवाई का फीड बैक लेने के लिए प्रत्येक पीड़ित को फोन करेंगे और एक-एक पीड़ित से पूछेंगे कि क्या वह पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट हैं। अगर पीड़ित पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट होंगे तो दोबारा से जांच कराई जाएगी।

संतुष्ट करने की जिम्मेदारी संबंधित एसएचओ की

डीआइजी/एसएसपी गाजियाबाद अमित पाठक ने बताया कि महिला हेल्प डेस्क, थानों में आने वाले प्रार्थना पत्र, तहसील दिवस व समाधान दिवस में आने पर प्रार्थना पत्र व वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भेजे जाने वाले प्रार्थना पत्र से संबंधित पीड़ितों को फोन कर फीड बैक सेल द्वारा फीड बैक लिया जाएगा। इसके बाद जो भी फीड बैक पीड़िताें द्वारा दिया जाएगा, उसे उक्त मामले की जांच रिपोर्ट के साथ संलग्न किया जाएगा। फीड बैक सेल की निगरानी डीआइजी/एसएसपी गाजियाबाद कार्यालय स्तर से कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि असंतुष्ट लोगों को संतुष्ट करने की जिम्मेदारी संबंधित एसएचओ की होगी।

लंबित मामलों के निस्तारण पर विशेष जोर

डीआइजी/एसएसपी गाजियाबाद अमित पाठक ने बताया कि सभी एसएचओ को लंबित मामलों को जल्द से जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने जिले के सभी थानों के एसएचओ को स्पष्ट कहा है कि यदि उनके कार्यालय में पीड़ितों की भीड़ जुटती है तो माना जाएगा कि थानों में पीड़ितों की सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने सभी एसएचओ को प्रत्येक पीड़ित की बात सुनकर समस्या का निस्तारण कराने के निर्देश दिए हैं।

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