Ghaziabad Bus Accident: पीपल के पेड़ ने बचा ली कई लोगों की जान, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कैसे हुआ हादसा
Ghaziabad Bus Accident भाटिया मोड़ आरओबी के नीचे खड़ा पीपल का पेड़ बस में सवार कर्मचारियों और आसपास के लोगों के लिए कवच बन गया। हादसे में पेड़ तो पूरी तरह से खत्म हो गया लेकिन उसने बस में सवार लोगों की जान बचा ली।
गाजियाबाद [आशुतोष गुप्ता]। भाटिया मोड़ आरओबी के नीचे खड़ा पीपल का पेड़ बस में सवार कर्मचारियों और आसपास के लोगों के लिए कवच बन गया। हादसे में पेड़ तो पूरी तरह से खत्म हो गया, लेकिन उसने बस में सवार लोगों की जान बचा ली। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस जिस रफ्तार के साथ आ रही थी और टायर फटने के बाद अनियंत्रित हुई उसी गति से यदि नीचे गिर जाती तो बस में सवार कर्मचारियों की जान पर तो आती ही, आसपास के मकान भी क्षतिग्रस्त हो सकते थे। हादसे के बाद वहां पर मौजूद लोगों में पीपल का पेड़ चर्चा का केंद्र बना रहा।
भाटिया मोड़ पर दौलतपुरा कॉलोनी के पास जिस जगह पर हादसा हुआ है वहां पुल के बराबर में करीब 20 साल पुराना पीपल का पेड़ था।
बस का टायर फटने के बाद उसने सबसे पहले लहाराते हुए डिवाइडर तोड़ा और फिर सामने से आ रहे बाइक सवार को टक्कर मारने के बाद वह आरओबी की रेलिंग तोड़ती हुई नीचे गिरी। यह संयोग ही है कि बस ठीक पीपल के पेड़ के ऊपर गिरी और इस पेड़ ने बस को संभाल लिया। बस की रफ़्तार कम हुई और बड़ा हादसा टल गया।
क्या बोले प्रत्यक्षदर्शी
प्रत्यक्षदर्शी विजयपाल चौधरी ने बताया कि मैं घर के बाहर खड़ा हुआ था। इसी बीच तेज धमाका हुआ। मैं उस ओर दौड़ा तो देखा कि सामने बस गिरी हुई थी। पीपल के पेड़ ने सबको बचा लिया। आशीष चौधरी ने बताया कि बस लालकुआं की ओर से आ रही थी। अचानक धमाके के साथ टायर फटा और बस आरओबी से नीचे गिर गई। कुछ देर के लिए चारो तरफ धूल का गुबार दिखा। स्थिति सामान्य हुई तो चीख पुकार मच गई।
प्रत्यक्षदर्शी मिंटू ने कहा कि पीपल के पेड़ ने हादसा बचा लिया। तेज धमाके के साथ जब बस गिरी तो लगा कि कुछ नहीं बचेगा। शुक्र है कि सबकी जान सुरक्षित है। आसिफ खान ने कहा कि मैं अपनी दुकान के सामने खड़ा था। हादसा होने पर मौके पर पहुंचा, पुलिस की मदद से लोगों को निकाला। पीपल के पेड़ ने सच में सबको बचा लिया।