नवरात्र कल से, तैयारियां शुरू

जागरण संवाददातामोदीनगर चैत्र नवरात्र कल यानी मंगलवार से शुरू हो जाएगा। इसकी तैयारियों में

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 07:03 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 07:03 PM (IST)
नवरात्र कल से, तैयारियां शुरू
नवरात्र कल से, तैयारियां शुरू

जागरण संवाददाता,मोदीनगर:

चैत्र नवरात्र कल यानी मंगलवार से शुरू हो जाएगा। इसकी तैयारियों में श्रद्धालु जुट गए हैं। कोरोना के खतरे बीच रविवार को बाजारों में पूरी रौनक दिखी। सबसे ज्यादा मांग हवन, पूजन की सामग्री की रही। उधर, सीकरी खुर्द स्थित महामाया देवी मंदिर में नवरात्र शुरू होने से दो दिन पहले रविवार को भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लेकिन पुलिस-प्रशासन स्तर से किसी प्रकार के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। गोविदपुरी, अपर बाजार, मेन बाजार, निवाड़ी रोड, तिबड़ा रोड पर रविवार को सुबह से ही खरीदारी करने के लिए लोगों की भीड़ थी। नवरात्र नजदीक होने के चलते बाजार भी सुबह से ही सज गए थे। कोरोना के खतरे के बीच लोगों में नवरात्र को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला। हवन, पूजन की सामग्री की श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की। घरों में मंदिरों की साफ सफाई के साथ ही माता की चौकी सजाने का काम भी शुरू हो गया। किराना के सामान के अलावा लोगों ने नए बर्तन भी खरीदे। -सीकरी में उमड़ी भारी भीड़:

सीकरी खुर्द स्थित महामाया देवी मंदिर में चैत्र नवरात्र शुरू होने से दो दिन पहले रविवार को भारी भीड़ जुट गई। नौ बजे के आसपास माता के दर्शन करने के लिए मंदिर के बाहर तक लंबी कतार लग गई। एक घंटे से भी ज्यादा समय तक कतार में खड़े रहकर लोगों को अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। सीकरी मंदिर के महंत सुनील गिरी ने बताया कि रविवार को वैसे तो सामान्य दिनों में भी माता के दरबार में भीड़ रहती है। लेकिन कोरोना की वजह से इस बार मंदिर के कपाट बंद करने का प्रशासनिक स्तर पर निर्णय लिया गया है। इसी वजह से श्रद्धालुओं में माता के दर्शन करने को लेकर ज्यादा लालसा है। ध्यान रहे कि चैत्र नवरात्र में सीकरी में आयोजित होने वाला विशाल मेला इस बार भी स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। कोरोना के खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। चैत्र नवरात्र में सीकरी में लगने वाले मेला का श्रद्धालुओं को बेसब्री से इंतजार रहता है। नवरात्र के अंतिम तीन, चार दिन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलावा आसपास के राज्यों से भी श्रद्धालु माता का आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं। मेला स्थगित होने से श्रद्धालुओं में मायूसी देखने को मिल रही है।

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