अब एनजीटी पहुंचा मिग्सन सोसायटी के पास बने डंपिग ग्राउंड का मामला

जासं गाजियाबाद शहर में कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। आलम यह है कि नगर निगम ने कूड़ा निस्तारण के नाम पर शहर में कई जगह जमीन की खोदाई कर डंपिग ग्राउंड बना दिए। इसके विरोध में स्थानीय निवासी एनजीटी में गए तो वहां कूड़ा डालना बंद हुआ। अब नगर निगम ने नया डंपिग ग्राउंड मिग्सन सोसायटी के पास बनाया है। इसके विरोध में स्थानीय निवासियों ने एनजीटी का दरवाजा खटखटाया है। डंपिग ग्राउंड बनने से राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले करीब 10 हजार परिवार प्रभावित हैं। यहां भूजल दूषित हो रहा है। बीमारी का खतरा भी बढ़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 08:48 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 08:48 PM (IST)
अब एनजीटी पहुंचा मिग्सन सोसायटी के पास बने डंपिग ग्राउंड का मामला
अब एनजीटी पहुंचा मिग्सन सोसायटी के पास बने डंपिग ग्राउंड का मामला

जासं, गाजियाबाद: शहर में कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। आलम यह है कि नगर निगम ने कूड़ा निस्तारण के नाम पर शहर में कई जगह जमीन की खोदाई कर डंपिग ग्राउंड बना दिए। इसके विरोध में स्थानीय निवासी एनजीटी में गए तो वहां कूड़ा डालना बंद हुआ। अब नगर निगम ने नया डंपिग ग्राउंड मिग्सन सोसायटी के पास बनाया है। इसके विरोध में स्थानीय निवासियों ने एनजीटी का दरवाजा खटखटाया है। डंपिग ग्राउंड बनने से राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले करीब 10 हजार परिवार प्रभावित हैं। यहां भूजल दूषित हो रहा है। बीमारी का खतरा भी बढ़ रहा है।

राजनगर एक्सटेंशन की गौर सोसायटी निवासी अधिवक्ता विक्रांत शर्मा ने बताया कि मिग्सन सोसायटी के पास नगर निगम ने डंपिग ग्राउंड बनाकर कई माह से कूड़ा डंप करना शुरू कर दिया है। आबादी वाले क्षेत्र में डंपिग ग्राउंड नहीं बनाया जाता है। बदबू से स्थानीय निवासियों का जीना दूभर हो गया है। डंपिग ग्राउंड बनने से यहां पर पक्षियों का आना शुरू हो गया है। इससे हिडन एयरबेस से उड़ान भरने वाले विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने का भी खतरा है। इस मामले की शिकायत कई बार नगर निगम व प्रशासनिक अधिकारियों से की गई, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। ऐसे में एनजीटी में याचिका दायर की गई है। पहले यहां बने डंपिग ग्राउंड के मामले गए एनजीटी में:

मिग्सन सोसायटी से पहले इंदिरापुरम के शक्ति खंड में डंपिग ग्राउंड बना था। यहां कूड़ा डंप करने से इंदिरापुरम, वसुंधरा में रहने वाले निवासियों को परेशानी हुई। वे लोग इस मामले को एनजीटी में लेकर गए। एनजीटी के आदेश के बाद यहां कूड़ा डालना बंद हुआ, तो नगर निगम ने सिद्धार्थ विहार में डंपिग ग्राउंड बना दिया। यहां भी लोगों ने विरोध किया। मामला एनजीटी में पहुंचा तो कूड़ा डालना बंद हुआ। नगर निगम के अधिकारियों ने एनजीटी के निर्देश के बाद भी कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था दुरुस्त नहीं की और शाहपुर, मोरटा में नए डंपिग ग्राउंड बना दिए। यहां विरोध हुआ और मामला एनजीटी में पहुंचा तो वहां कूड़ा डालना बंद कर नगर निगम ने राजनगर एक्सटेंशन में डंपिग ग्राउंड बना दिया है। अब इसे लेकर यहां भी लोग विरोध कर रहे हैं। दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया मामला: दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। 21 सितंबर के अंक में अपनी नाकामी छिपा रहा नगर निगम शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें डंपिग ग्राउंड बनने से हो रही परेशानियों और भविष्य में होने वाली परेशानियों के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने डंपिग ग्राउंड को बंद करने के लिए एनजीटी में याचिका दायर की है।

वर्जन..

मिग्सन सोसायटी के पास अस्थायी तौर पर डंपिग ग्राउंड बनाया गया है। इसे जल्द ही बंद किया जाएगा। नगर निगम द्वारा रेत मंडी में गार्बेज फैक्ट्री तैयार हो गई है। अगले माह से कूड़ा निस्तारण में मदद मिलेगी।

-डा. मिथिलेश कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी।

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