दो माह पहले ही जवानों का जोश बढ़ाने गाजियाबाद आए थे जनरल बिपिन रावत

मदन पांचाल गाजियाबाद हेलीकाप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के असमय चले जाने से पूर

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 09:22 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 09:22 PM (IST)
दो माह पहले ही जवानों का जोश बढ़ाने गाजियाबाद आए थे जनरल बिपिन रावत
दो माह पहले ही जवानों का जोश बढ़ाने गाजियाबाद आए थे जनरल बिपिन रावत

मदन पांचाल, गाजियाबाद

हेलीकाप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत के असमय चले जाने से पूरा देश हतप्रभ है। जनरल बिपिन रावत का गाजियाबाद से भी गहरा नाता रहा है। दो माह पहले ही वह जवानों का जोश बढ़ाने के लिए गाजियाबाद आए थे। रिकार्ड के अनुसार वह देश के पहले सैन्य अधिकारी रहे हैं, जो हिडन एयर बेस पर आठ अक्टूबर को आयोजित होने वाले वायु सेना दिवस समारोह में सबसे अधिक पांच बार बतौर विशिष्ट अतिथि के उपस्थित रहें। बेशक एक हादसे में वह चल बसे लेकिन उनकी बहादुरी, अनुशासित जीवन शैली, जोश और दुश्मनों पर पैनी नजर रखने के अनोखे अंदाज से जुड़ी यादें हमेशा जिदा रहेंगी।

पांच साल से आठ अक्टूबर की सुबह को उनका गाजियाबाद आना हमेशा याद रहेगा। आठ अक्टूबर 2017 को वह पहली बार जब समारोह में आए तो लोगों ने तालियों के साथ उनका स्वागत किया। दरअसल सेना अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने एयर स्ट्राइक की सफलतम कमान संभाली थी। 2017 को आयोजित वायु सेना दिवस समारोह के अंत में एयर शो शुरू होते ही उनके बगल में बैठे क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने जब विमानों के करतब देखकर तालियां बजाई तो उन्होंने वायुसेना के पायलटों का उत्साह बढ़ाने के लिए आसमान की ओर देखकर खूब देर तक तालियां बजाईं। आठ अक्टूबर 2018 और आठ अक्टूबर 2019 में वह सेना अध्यक्ष रहते हुए समारोह में शामिल हुए। एक जनवरी 2020 को सीडीएस बनने के बाद पहली बार आठ अक्टूबर 2020 को जब वह परेड ग्राउंड पर पहुंचे तो दूसरी बार परेड ग्राउंड पर मौजूद जवान, अधिकारी और दर्शकों ने उनका तालियों के साथ स्वागत किया। दरअसल देश में पहली बार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद पर काबिल सैन्य अधिकारी की नियुक्ति हुई थी। आठ अक्टूबर 2021 को भी वह जोश के साथ समारोह में पहुंचे और तीनों सेनाओं के अध्यक्षों से भी मुलाकात की थी। बता दें कि 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक वह भारतीय सेना प्रमुख रहे। एक जनवरी 2020 को उन्होंने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का जिम्मा संभाला था। वायु सेना दिवस समारोह के बाद वह जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए उनके साथ खूब फोटो खिचवाते थे।

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