मोदीनगर से भी जुड़ी हैं राहत इंदौरी की यादें, सोशल मीडिया पर दी श्रद्धांजलि

जागरण संवाददाता मोदीनगर मशहूर शायर डॉ. राहत इंदौरी के अचानक यूं चले जाने से मोदीनग

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Aug 2020 09:01 PM (IST) Updated:Tue, 11 Aug 2020 09:01 PM (IST)
मोदीनगर से भी जुड़ी हैं राहत इंदौरी की यादें, सोशल मीडिया पर दी श्रद्धांजलि
मोदीनगर से भी जुड़ी हैं राहत इंदौरी की यादें, सोशल मीडिया पर दी श्रद्धांजलि

जागरण संवाददाता, मोदीनगर : मशहूर शायर डॉ. राहत इंदौरी के अचानक यूं चले जाने से मोदीनगर वासी भी सकते में हैं। दैनिक जागरण द्वारा अगस्त 2018 में हाईवे स्थित सीएमडी सभागार में आयोजित कवि सम्मेलन में डॉ. राहत इंदौरी हिस्सा लेने आए थे। यह पहली बार था जब इतने बड़े शायर मोदीनगर के लोगों से सीधे मुखातिब हो रहे थे। कवि सम्मेलन में हिस्सा लेने आए हर आम और खास को दो साल पहले का वह पल राहत इंदौरी के चले जाने के बाद अब फिर ताजा हो उठा। कवि सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे व्यापारी नेता संजय गुप्ता कहते हैं कि जिदगी में निराशा से भर चुके लोगों के लिए डॉ. राहत इंदौरी किसी संजीवनी से कम नहीं थे। उनके द्वारा पढ़ी गई पक्तियां 'तूफानों से आंख मिलाओ, सैलाबोंपर वार करो। मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो'..। यह पक्तियां प्रत्येक व्यक्ति का हौसला बढ़ाने का काम करती हैं। वहीं, मुरादनगर निवासी समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता फारूक चौधरी कहते हैं कि मुल्क में अमन, चैन और शांति कायम रखने की दिशा में डॉ. राहत इंदौर ने जो कार्य किया है वह हमेशा लोगों के अंदर प्रेम को जीवित रखेगा। वे कहते है कि राहत इंदौरी की पक्तियां 'सभी का खून है शामिल, यहां की मिट्टी में, किसी के बाप का हिदोस्तान थोड़ी है'..। ये पक्तियां उन्हें हमेशा याद  रहेगी। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे रालोद नेता अमरजीत सिह बिड्डी ने कहा कि राहत इंदौरी की पक्तियां 'झूठों ने झूठों से कहा सच बोलो, सरकारी ऐलान हुआ है सच बोलो, घर के अंदर झूठों की एक मंडी है, दरवाजे पर लिखा हुआ है सच बोलो'..। समाज को सच्चाई का आइना दिखाने वाली ये पक्तियां हमेशा लोगों के अंदर जीवित रहेंगी। मौके पर तमाम राजनैतिक व सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने हिस्सा लिया। सभी लोगों ने सोशल मीडिया पर डॉ. राहत इंदौरी को श्रद्धांजलि अíपत की।

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