मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर का नहीं हो रहा इस्तेमाल

आवागमन करने में राहगीरों को परेशानी होती है। यह हाल उस वक्त का है जब शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 को लेकर तैयारी चल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 07:34 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 07:34 PM (IST)
मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर का नहीं हो रहा इस्तेमाल
मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर का नहीं हो रहा इस्तेमाल

जासं, गाजियाबाद: नगर निगम द्वारा कूड़े के निस्तारण के लिए शहर में बनाए गए कई मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर का अब इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। जिसकी वजह से सेंटर के बाहर ही गंदगी का अंबार लग रहा है। आवागमन करने में राहगीरों को परेशानी होती है। यह हाल उस वक्त का है, जब शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 को लेकर तैयारी चल रही है।

सेंटर में रखे गए थे चार डिब्बे: संजय नगर स्थित पी ब्लाक कट के पास बनाए गए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर में चार डिब्बे रखे गए थे। इन डिब्बों में गीला, सूखा कूड़ा, कांच और मेटल अलग-अलग इकट्ठा करने की सुविधा दी गई थी, लेकिन चारों डिब्बे अब खाली रहते हैं। सोसायटियों से इकट्ठा किए जाने वाला कूड़ा सफाई कर्मचारी सेंटर के बाहर ही फेंककर चले जाते हैं। कूड़ा सड़क पर पड़ा रहता है, जिस कारण वहां पर बेसहारा पशु भी आते हैं।

टूट गया है सेंटर: संजय नगर स्थित एम ब्लाक में बनाए गए मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर को टीन शेड से बनाया गया है। इस्तेमाल न किए जाने के कारण इसकी देखरेख भी नहीं हो रही है। जिस कारण सेंटर टूटने लगा है। यहां भी सेंटर के बाहर ही कूड़ा फेंका जाता है।

नजदीक ही है सरकारी अस्पताल: मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर के पास ही संयुक्त चिकित्सालय भी है, जहां कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं। अस्पताल के आसपास कई ठेले वाले भी खड़े होते हैं, जो सेंटर के बाहर ही कूड़ा फेंक देते हैं। मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर का इस्तेमाल जल्द ही शुरू करवा दिया जाएगा। सेंटर के बाहर कूड़ा फेंकने पर रोक लगाई जाएगी। जिससे कि वहां गंदगी न हो।

- डॉ. मिथिलेश कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी।

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