लोन मेला: 392 सफाईकर्मियों ने लिया हिस्सा, 60 ने ऋण को किया आवेदन
जागरण संवाददाता गाजियाबाद भारत सरकार के निर्देश पर सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज के तहत शि
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: भारत सरकार के निर्देश पर सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज के तहत शनिवार को नगर निगम गाजियाबाद द्वारा कविनगर रामलीला मैदान में प्रदेश स्तरीय लोन मेले का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर, अमरोहा, सहारनपुर सहित अन्य स्थानों से 392 सफाई कर्मचारी पहुंचे। 60 सफाईकर्मियों ने बैंक से लोन (ऋण) के लिए आवेदन किया। बैंक से सफाईकर्मियों को ऋण महज तीन से चार फीसद ब्याज दर पर 25 से 50 फीसद सब्सिडी के साथ दस साल तक के लिए दिया जाएगा। लोन सिर्फ उस सफाईकर्मी को दिया जाएगा, जिसकी नियुक्ति नगर निकाय में न हो। नगर निकाय में नियुक्त सफाईकर्मी अपनी पत्नी और बेटे के नाम से लोन ले सकता है।
लोन मेले का उद्घाटन सुबह 11 बजे महापौर आशा शर्मा ने किया। उन्होंने सफाई कर्मचारियों को लोन लेने के लिए प्रोत्साहित किया। मेले में पहुंचे भारत सरकार में आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय के सहायक सलाहकार डॉ. रमाकांत ने बताया कि सफाई कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए सफाई कर्मचारियों को कम ब्याज दर पर राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी वित्त विकास कारपोरेशन (एनएसकेएफडीसी) के माध्यम से बैंकों से ऋण दिलाया जा रहा है। देश के अलग-अलग राज्यों में 19 नवंबर 2020 से 15 अगस्त 2021 तक लोन मेले का आयोजन किया जा रहा है। गाजियाबाद से पहले लुधियाना, गुरुग्राम और इंदौर में लोन मेले का आयोजन किया जा चुका है। एनएसकेएफडीसी के मुख्य प्रबंधक केके भगत ने लोन लेने के लिए आए सफाईकर्मियों को लोन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों को लोन लेने के लिए संबंधित नगर निकाय से उनको कार्य देने के संबंध में एक पत्र भी देना होगा। इसलिए नगर निकाय की जिम्मेदारी है कि वह ऋण लेने वाले सफाईकर्मी को कार्य मुहैया करवाएं, जिससे कि सफाई कर्मचारी लोन चुका सकें।
लोन मेले में सफाई कार्य के लिए संसाधन निर्मित करने वाली कंपनियों की ओर से स्टाल लगाए गए थे। बैंकों की ओर से भी स्टाल लगाए गए थे। जिससे की ऋण लेने के लिए इच्छुक व्यक्ति को पूरी जानकारी दी जा सके।
अपर नगर आयुक्त प्रमोद कुमार ने बताया कि लोन मेले में जो सफाई कर्मचारी नहीं आ सके हैं और वे सफाई कार्य के लिए ऋण लेना चाहते हैं, उनको भी ऋण दिलाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम मुख्यालय में एक हेल्प डेस्क भी बनाई जाएगी। जिससे कि सफाईकर्मियों को भटकना न पड़े।