संशोधित: तेंदुआ मिला नहीं, खतरा टला नही

जागरण संवाददाता गाजियाबाद तीन दिन में भी तेंदुए को पकड़ा नहीं जा सका है। शहर में दहश

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 09:13 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 09:13 PM (IST)
संशोधित: तेंदुआ मिला नहीं, खतरा टला नही
संशोधित: तेंदुआ मिला नहीं, खतरा टला नही

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : तीन दिन में भी तेंदुए को पकड़ा नहीं जा सका है। शहर में दहशत का माहौल बना हुआ है। गाजियाबाद, मेरठ, दिल्ली और नोएडा की टीमें तीन दिन से लाठी लेकर तेंदुआ तलाश कर रहीं हैं लेकिन परिणाम के तहत पेड़ पर पंजे के निशान ही मिले हैं।

बृहस्पतिवार को इंग्राहम इंस्टीट्यूट परिसर में वन विभाग की टीम ने चार घंटे तक सर्च आपरेशन चलाया। इस दौरान खाली मकानों को तलाशी लेकर बंद करवाया गया है ताकि तेंदुआ छुपकर न बैठ पाए। एएलटीटी सेंटर में भी माक-ड्रिल की गई। बताया गया है कि इंग्राहम इंस्टीट्यूट परिसर एवं जंगलों में सर्च के दौरान एक पेड़ पर तेंदुए के पंजों के निशान पाए गए हैं। वन विभाग का मानना है कि तेंदुआ यहीं कहीं विचरण कर रहा है। टीम को देखकर छुप जाता है।

बता दें कि मंगलवार की सुबह को राजनगर में दिन में तेंदुआ (लैपर्ड) दिखाई दिया तो क्षेत्र में सनसनी फैल गई। आनन-फानन में पुलिस, प्रशासन के साथ ही वन विभाग के अफसरों ने मौके पर जाकर भ्रमण किया। कई घरों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज लेकर जांच-पड़ताल की गई। वन विभाग की टीम ने आसपास के पांच क्षेत्रों में काबिग शुरू कर दी है। इंग्राहम इंस्टीट्यूट में वन विभाग की मेरठ और दिल्ली से बुलाई गई टीमों ने डेरा डाल रखा है। तेंदुए को पकड़ने के लिए तीन पिजरे भी इंग्राहम इंस्टीट्यूट परिसर में रखवा दिए गए हैं। बुधवार देर रात को एक अतिरिक्त पिजरा रखवाया गया।

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ड्रोन सर्वे की नहीं मिली अनुमति

बृहस्पतिवार को ड्रोन से तेंदुआ को सर्च नहीं किया जा सका। दरअसल वन विभाग नोएडा की ड्रोन टीम बृहस्पतिवार को इंग्राहम इंस्टीट्यूट में पहुंच गई थी लेकिन प्रशासन द्वारा लिखित अनुमति न मिलने की स्थिति में टीम वापस लौट गई। वन विभाग ने पहले एसडीएम सदर को पत्र भेजकर अनमुति मांगी। बाद में पत्र को एडीएम सिटी के पास भेज दिया गया। अनुमति मिलने में देर की वजह से शाम हो गई। अब शुक्रवार को संभावना है कि ड्रोन से तेंदुए को सर्च किया जाए। सबसे पहले दस हेक्टेयर में फैले इंग्राहम इंस्टीट्यूट परिसर में घने जंगलों में ड्रोन से तेंदुए को सर्च किया जाएगा। वन विभाग का मानना है कि राजकुंज से इंग्राहम में घुसा तेंदुआ बाहर नहीं निकला है। कहीं छुप गया है। वन विभाग ने एएलटीटी सेंटर, कमला नेहरू नगर, रईसपुर के जंगल और कलाधाम की तरफ भी ड्रोन से सर्च करने का प्लान बनाया है। राजकुंज (राजनगर) की परिधि में आने वाले पांच किलोमीटर एरिया में भी सर्च होगा। वन विभाग की टीम को उम्मीद है कि तेंदुआ अगले एक-दो दिनों में पकड़ा जाएगा।

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राजनगर में तेंदुआ का राज, नागरिकों ने बंद किए काम-काज

जिले की सबसे पाश कालोनी राजनगर में बृहस्पतिवार को भी तेंदुआ का राज देखने को मिला। कोरोना से बेखौफ होकर लोग बेशक बाजारों और सड़कों पर बिना मास्क के घूम रहे थे लेकिन तेंदुआ की दस्तक के साथ ही लोग घरों में कैद हो गए हैं। पड़ताल में पता चला है कि राजनगर, राजकुंज, संजयनगर, कविनगर, शास्त्रीनगर और गोविदपुरम के लाखों लोगों ने बृहस्पतिवार को काम काज तक बंद रखा। सुबह को पार्कों में लोग घूमने भी नहीं गए। तेंदुआ की दहशत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कई अफसरों ने अपने बच्चों को घर के बाहर खेलने तक को नहीं निकलने दिया। राजकुंज की रहने वाली पूनम औदीच्य ने बताया कि वह मंगलवार से अब तक दूध लेने भी घर से बाहर नहीं निकली हैं।

---- इंग्राहम इंस्टीट्यूट परिसर में तेंदुआ की तलाश में चार घंटे तक सर्च आपरेशन चलाया गया। सर्च के दौरान तेंदुए के पंजे के निशान मिले हैं। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यही है या फिर यह रहकर कहीं चला गया है। वन विभाग ने कविनगर,राजनगर, राजकुंज और कमला नेहरू नगर क्षेत्र में कांबिग तेज कर दी है। इंग्राहम इंस्टीट्यूट, एएलटीटी सेंटर और कमला नेहरू नगर में सर्च आपरेशन के अलावा कांबिग और माक-ड्रिल किया गया। मेरठ और दिल्ली से बुलाई गईं टीमों द्वारा दिन-रात सर्च किया जा रहा है। तेंदुआ जल्द ही पकड़ा जाएगा। स्थानीय नागरिकों से घर बाहर न निकलने की अपील की जा रही है। इंग्राहम इंस्टीट्यूट परिसर में चार पिजरे लगा दिए गए हैं।

-दीक्षा भंडारी, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी

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