14 करोड़ के फर्जीवाड़े में लक्ष्य तंवर गिरोह पर एक और केस दर्ज
जासं गाजियाबाद लक्ष्य तंवर और उसके गिरोह के साथियों के खिलाफ एक और केस दर्ज किया गया
जासं, गाजियाबाद: लक्ष्य तंवर और उसके गिरोह के साथियों के खिलाफ एक और केस दर्ज किया गया है। आरोपित ने चार करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदकर विक्रेता को पैसे नहीं दिए और चार करोड़ रुपये कीमत की संपत्ति पर पीएनबी की आगरा के सूर्यनगर शाखा से 10 करोड़ रुपये का ऋण ले लिया। पीएनबी के प्रबंधकों से मिलीभगत कर सैकड़ों करोड़ रुपये के ऋण का घोटाला करने के आरोपित लक्ष्य को कुछ समय पहले तक पुलिस गिरफ्तार करने से बच रही थी। वहीं 31 अगस्त 2021 को उसकी व अगले दिन उसके पिता अशोक की गिरफ्तारी के बाद उसके खिलाफ करीब 10 और केस दर्ज हो चुके हैं। गिरफ्तारी के वक्त घोटाले की रकम 100 करोड़ बताई जा रही थी, अब यह आंकड़ा 200 करोड़ को पार कर रहा है। लक्ष्य, उसके पिता समेत 12 पर पुलिस ने दो दिन पहले गैंगस्टर भी लगाया था।
चंद्रपुरी निवासी ललित गोयल की शिकायत पर एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल के आदेश पर थाना सिहानी गेट पुलिस ने कविनगर निवासी लक्ष्य तंवर, अशोक नगर निवासी दीपक कालरा, पीएनबी के तत्कालीन सहायक महाप्रबंधक रामनाथ मिश्रा, ऋण प्रबंधक अनिल भारद्वाज, सिद्धार्थ दाना और सतीश कुमार एंड संस समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। ललित ने अगस्त-2017 में अपना मकान चार करोड़ रुपये में दीपक को बेचा था। बैनामा के बाद चार करोड़ रुपये के चार चेक दिए थे, लेकिन लक्ष्य तंवर और दीपक ने कहा इन्हें अभी जमा न करें, क्योंकि दीपक को मिलने वाली बड़ी रकम में कुछ देरी हो रही है। लक्ष्य ने विश्वास दिलाने को तीन बार में अपने खाते से 37.30 लाख रुपये ललित को ट्रांसफर कर दिए और चार करोड़ रुपये के चेक पुराना होने का झांसा दे ये चेक भी ले लिए। नए चेक मांगने पर दोनों ने अभद्रता कर भगा दिया। कुछ समय बाद पता चला कि बेचे गए मकान पर पीएनबी से 10 करोड़ रुपये का ऋण भी ले लिया है, जबकि संपत्ति का मूल्यांकन भी नहीं किया गया।