बहन से भाई के मिलन में बाधा बना जाम
जागरण संवाददातामोदीनगरफिर वही हुआ जो रक्षाबंधन पर हर बार होता आया है। पुलिस-प्रश
जागरण संवाददाता,मोदीनगर:
फिर वही हुआ, जो रक्षाबंधन पर हर बार होता आया है। पुलिस-प्रशासन की लापरवाही के कारण सोमवार को दिल्ली-मेरठ हाईवे पर दिन निकलते ही फिर भयंकर जाम लग गया। मोदीनगर मुरादनगर के बीच करीब 10 किलोमीटर लंबे जाम ने राहगीरों का पसीना निकाल दिया। सबसे ज्यादा दिक्कत दोपहिया वाहनों पर सवार लोगों को हुई। रक्षाबंधन पर्व के चलते हाईवे पर सोमवार को दंपती ज्यादा दिखाई दिए। उनका त्योहार का पूरा उत्साह जाम ने कम कर दिया। खास बात यह थी कि पुलिस तब हरकत में आई, जब हाईवे पर जाम के हालात बेकाबू हो चुके थे। पिछले कई सालों से बन रही जाम की स्थिति से भी अधिकारियों ने कोई सबक नहीं लिया।
रक्षाबंधन पर यातायात व्यवस्था को लेकर पुलिस-प्रशासन के स्तर पर दावे तो किए गए, लेकिन जमीनी स्तर पर इस पर कितना काम किया गया, इसका परिणाम सोमवार को दिन निकलते ही नजर आ गया। वाहनों की अधिकता और पुलिस के कटों से नदारद रहने के कारण सोमवार को सुबह आठ बजे ही वाहनों की गति थम गई। गाजियाबाद से मेरठ की तरफ वाहनों की कतारें गोविदपुरी से लेकर सीकरी कलां तक जबकि, मेरठ से गाजियाबाद की ओर वाहनों की कतारें तेल मिल के सामने से लेकर गोविदपुरी तक जा पहुंची। स्थिति उस समय ज्यादा विकराल हो गई जब कटों पर पुलिसकर्मियों के नहीं होने के कारण लोग विपरीत दिशा में आ गए। इसके बाद हालात बेकाबू हो गए। इसके बावजूद अफसर पूरी तरह मौन बने रहे। पुलिस की अनदेखी के कारण सड़क किनारे मिठाई, राखी की दुकानों पर खरीदारी करने आए लोगों ने अपने वाहन सड़क किनारे खड़े कर दिए गए, जिससे सही दिशा में चलने वाले वाहनों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा।
शहर के आबादी क्षेत्र को पार करने में राहगीरों को एक घंटे से भी अधिक का समय लगा। उमस और गर्मी में दोपहिया वाहनों, बस और खुले वाहनों में सवार लोगों को खासी दिक्कत हुई। पसीना-पसीना लोग सिस्टम को कोसते नजर आए। इस स्थिति के बावजूद पुलिस तब हरकत में आई जब उच्चाधिकारियों ने स्थानीय अधिकरियों को फटकार लगाई। इसके बाद यातायात पुलिस ने सड़क किनारे खड़े वाहनों को जब्त किया। कई वाहनों के चालान किए गए। करीब तीन बजे के बाद यातायात व्यवस्था सामान्य हो सकी। हालांकि, पांच बजे के बाद हाईवे पर दोबारा से जाम लगना शुरू हो गया था, लेकिन पुलिस के मौजूद रहने से वाहन धीमी गति से चलते रहे। उधर, मुरादनगर में भी लोगों को गंगनहर पुल से लेकर आयुध निर्माणी गेट के सामने तक दोनों तरफ भयंकर जाम से दो चार होना पड़ा। लोगों को पांच मिनट की दूरी को तय करने में आधे घंटे का समय लग गया।
-यातायात पुलिस के भरोसे रही थाने की पुलिस:
रक्षाबंधन पर हर साल हाईवे पर भीषण जाम लगता है। इसके बावजूद स्थानीय अधिकारियों ने थाने की पुलिस की हाईवे पर डयूटी नहीं लगाई। यातायात पुलिस सौंदा कट, भगवानगंज मंडी कट पर तैनात थी, लेकिन ट्रैफिक का दबाव होने के चलते अकेले उनके बूते यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करना संभव नहीं था। कोरोना काल में जाम लगना शारीरिक दूरी के नियम की भी धज्जियां उड़ाने का काम कर रहा था। लोगों का कहना था कि सिस्टम को किसी की जान की भी कोई परवाह नहीं है।
-संपर्क मार्ग भी रहे जाम: गूगल मैप और अन्य माध्यमों से लोगों को जैसे ही पता चला कि हाईवे पर भयंकर जाम लगा हुआ है। लोगों ने अपने वाहनों को संपर्क मार्गो की तरफ मोड़ दिया। इसी के चलते संपर्क मार्ग भी जाम हो गए। तिबड़ा रोड, हापुड़ रोड, निवाड़ी रोड, सौंदा रोड के अलावा गंगनहर पटरी पर भी सौंदा पुल, निवाड़ी पुल, अबूपुर रेगुलेटर पर भी वाहनों के एक दूसरे के सामने आने से जाम लग गया। लोगों को वहां भी घंटों इंतजार के बाद आगे का रास्ता मिला।---------------------
इनकी सुनो: रक्षाबंधन पर यातायात व्यवस्था को लेकर पुलिस पूरी तरह सतर्क थी। किसी भी स्तर पर इसमें लापरवाही नहीं बरती गई। एनसीआरटीसी के निर्माण कार्य के चलते तेल मिल गेट के पास वाहनों की गति थम गई थी। पुलिस की सक्रियता के कारण ही हाईवे पर जाम की स्थिति नियंत्रण में रही। -जयकरण सिंह, एसएचओ, मोदीनगर।