अनिरुद्ध की अंग्रेजी साहित्य में रुचि, कामर्स से 12वीं में पाए 99.6 फीसद अंक

जागरण संवाददाता गाजियाबाद राकेश मार्ग निवासी गुरुकुल द स्कूल के छात्र अनिरुद्ध दम्माणी ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से 99.6 फीसद अंक पाकर अपने परिवार का नाम रोशन किया। अनिरुद्ध 12वीं में कामर्स स्ट्रीम के छात्र हैं और फिलहाल दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकाम आनर्स करना चाहते हैं। उनका लक्ष्य सीए बनना है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 09:28 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 09:28 PM (IST)
अनिरुद्ध की अंग्रेजी साहित्य में रुचि, कामर्स से 12वीं में पाए 99.6 फीसद अंक
अनिरुद्ध की अंग्रेजी साहित्य में रुचि, कामर्स से 12वीं में पाए 99.6 फीसद अंक

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : राकेश मार्ग निवासी गुरुकुल द स्कूल के छात्र अनिरुद्ध दम्माणी ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से 99.6 फीसद अंक पाकर अपने परिवार का नाम रोशन किया। अनिरुद्ध 12वीं में कामर्स स्ट्रीम के छात्र हैं और फिलहाल दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकाम आनर्स करना चाहते हैं। उनका लक्ष्य सीए बनना है। अनिरुद्ध ने अपनी सफलता का श्रेय दादा विजय नारायण दम्माणी व दादी विजय लक्ष्मी दम्माणी के साथ अपने अभिभावक व शिक्षकों को दिया। अनिरुद्ध का कहना है कि उनके दादा विजय नारायण दम्माणी ने हमेशा मार्गदर्शन किया, लेकिन दो माह पहले कोरोना से उनका निधन हो गया। वह जिदा होते तो काफी खुश होते।

अनिरुद्ध के पिता अजय नारायण दम्माणी अकांउटेंट हैं। उनकी मां कविता दम्माणी गृहिणी हैं और ट्यूशन भी पढ़ाती हैं। अनिरुद्ध का कहना है कि शुरुआत से ही नियमित पढ़ाई कर सिलेबस कवर करते रहे हैं। अनिरुद्ध ने बताया कि वह बहुत ज्यादा किताबी कीड़ा बनकर पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। सिलेबस को थोड़ा-थोड़ा महीने का, सप्ताह का और दिन का लक्ष्य तय कर उसे पूरा करते हैं और फिर अपनी हॉबी को भी समय देते हैं। इस साल बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि सिलेबस को शुरुआत से ही पूरा करते रहे हैं। इससे तनाव भी नहीं होता। जो भी पढ़ा है, उसका दोहराव करते रहें। जब भी खाली समय हो जो पढ़ाई की है। जो भी याद नहीं आ रहा उसे नोट कर प्रश्न तैयार कर लें और फिर उन्हें क्लीयर करें। इससे चीजें अच्छे से याद रहती हैं। अनिरुद्ध का कहना है कि परीक्षाएं नहीं होने से परीक्षा परिणाम पर ज्यादा कोई प्रभाव नहीं पड़ा। काफी अच्छे से बोर्ड द्वारा मा‌र्क्स दिए गए हैं और वह इससे संतुष्ट हैं। एक पोएट्री बुक हो चुकी है प्रकाशित : अनिरुद्ध दम्माणी को गाने, अंग्रेजी कविता लिखने व बैडमिटन खेलने का शौक है। वह गाने व कविता में इंटर स्कूल प्रतियोगिताओं में भाग लेकर विजेता भी रहे हैं। उनकी एक अंग्रेजी कविता की किताब स्ट्रीम आफ चार्ज प्रकाशित हो चुकी है। उनका सपना सीए बनना है, लेकिन कविता लिखने के शौक को भी समय देते रहेंगे और कविताएं लिखते रहेंगे।

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