जिला पंचायत के नाम पर हो रही थी अवैध वसूली, रिपोर्ट दर्ज

सब हेड 10 लोगों को नामजद करते हुए चौकी प्रभारी ने दर्ज कराई रिपोर्ट जागरण संवाददाता म

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Nov 2020 09:00 PM (IST) Updated:Fri, 27 Nov 2020 09:00 PM (IST)
जिला पंचायत के नाम पर हो रही थी अवैध वसूली, रिपोर्ट दर्ज
जिला पंचायत के नाम पर हो रही थी अवैध वसूली, रिपोर्ट दर्ज

सब हेड : 10 लोगों को नामजद करते हुए चौकी प्रभारी ने दर्ज कराई रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, मोदीनगर : सैदपुर गांव के निकट खरखौदा मार्ग पर सांझी छत होटल के सामने जिला पंचायत के नाम पर वसूली करना कुछ लोगों को महंगा पड़ गया। पुलिस ने 10 को नामजद करते हुए 11 लोगों के खिलाफ अवैध वसूली करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस की इस कार्रवाई से अवैध वसूली में लगे लोगों और उनको शह देने वाले सफेदपोशों की धड़कनें बढ़ गई हैं। नामजदों में कई लोग रसूखदार हैं।

भोजपुर थाना क्षेत्र में सैदपुर गांव के निकट खरखौदा मार्ग पर जिला पंचायत के नाम से भारी वाहनों से लंबे समय से बैरियर लगाकर टोल वसूला जा रहा था। इस मामले में ग्रामीण लगातार कार्रवाई की मांग कर रहे थे। कई बार वहां इसको लेकर हंगामा भी हो चुका था। दबंगों ने कई वाहन चालकों के साथ पैसा न देने पर मारपीट भी की थी। भोजपुर थाने के एसएचओ से लेकर तमाम लोगों की यह मामला जानकारी में था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही थी। मामला उच्च अधिकारियों की जानकारी में पहुंचा तो अधिकारियों ने भोजपुर पुलिस को इसमें जांच के आदेश दिए थे। प्राथमिक जांच के दौरान अवैध उगाही की पुष्टि हो गई। वसूली करने वाले लोग जिला पंचायत द्वारा जारी कोई भी अनुमति पत्र नहीं दिखा सके। यह भी सामने आया कि जिला पंचायत द्वारा वहीं पर टोल लगाकर वसूली का नियम है। जहां पर रेत, बालू, रोड़ी आदि सामग्री निकलती है, जबकि जहां पर वसूली हो रही थी। वहां और उसके आसपास रेत, बालू, रोड़ी, डस्ट, पत्थर आदि नहीं निकलते। इन सामग्री से भरे वाहन केवल वहां से गुजरते हैं। इसी के चलते पुलिस ने मेरठ के भावनपुर निवासी सुधीर कुमार, परतापुर निवासी अनिल, आकाश, रिठानी निवासी जयबीर पहलवान, तरुण, सौरभ, भोजपुर के डीलना निवासी रविद्र, विनीत, लोनी के टीला शाहबाजपुर निवासी विकास, अवि समेत 11 के खिलाफ आइपीसी की धारा 384 के तहत अवैध उगाही करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बारे में सीओ मोदीनगर सुनील कुमार सिंह का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी सुनिश्चित होगी। किसी को भी क्षेत्र में अवैध उगाही नहीं करने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि वसूली को तत्काल प्रभाव से बंद करा दिया गया है। ज्ञात हो कि मामला पुलिस के पहले से ही जानकारी में था और पुलिस आरोपितों को बचाने में लगी हुई थी। यहां तक कि रिपोर्ट दर्ज होने की जानकारी भी भोजपुर पुलिस ने मीडिया को नहीं दी।

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