काश ! फ्लैट से एक मंजिल ऊपर चले जाते तो बच जाती जुड़वा भाइयों की जान

आशुतोष गुप्ता गाजियाबाद सिद्धार्थ विहार की प्रतीक ग्रांड कर्नेसिया सोसायटी निवासी जुड़वां भाई स

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 08:22 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 08:22 PM (IST)
काश ! फ्लैट से एक मंजिल ऊपर चले जाते तो बच जाती जुड़वा भाइयों की जान
काश ! फ्लैट से एक मंजिल ऊपर चले जाते तो बच जाती जुड़वा भाइयों की जान

आशुतोष गुप्ता, गाजियाबाद

सिद्धार्थ विहार की प्रतीक ग्रांड कर्नेसिया सोसायटी निवासी जुड़वां भाई सूर्यनारायण व सत्यनारायण यदि चांद देखने के लिए एक मंजिल ऊपर चढ़ जाते तो उनकी जान बच सकती थी। एक मंजिल चढ़कर ही सोसायटी की छत है। यहां से वह चांद का दीदार भी कर सकते थे और खतरे से भी दूर रहते। सोसायटी के निवासियों की जुबान पर यही बात चढ़ी हुई है। प्रतीक ग्रांड सोसायटी 26 मंजिला बनी हुई है। 26वीं मंजिल पर सोसायटी की छत है। टीएस पलानी मदुराई का परिवार 25वीं मंजिल पर रहता है।

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चांद देखने में दीवार बनी बाधक तो लगाई कुर्सी और स्टूल टीएस पलानी मदुराई के फ्लैट की बालकनी की दिशा दक्षिण है। बालकनी के दोनों तरफ दीवार है। ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि जुड़वा भाई चांद देखने के लिए बायीं तरफ की दीवार से आगे झांकने का प्रयास कर रहे होंगे और उन्हें चांद नहीं दिख रहा था। इसके चलते उन्होंने ग्रिल से सटाकर कुर्सी और उसपर स्टूल रखा। इस पर चढ़कर वह दीवार से आगे झांकने का प्रयास करते हुए असंतुलित हो गए और यह हादसा हो गया।

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पिता से डरते थे जुड़वा भाई

जांच में आया है कि सूर्यनारायण व सत्यनारायण चंचल स्वभाव के थे। वह पिता से अधिक डरते थे लेकिन मां का डर कम था। पिता के मुंबई में होने के कारण वह शनिवार देर रात तक जाग रहे थे। मां के कई बार डांटने व अंदर आने के लिए कहने के बाद भी वह बार-बार बालकनी में आ रहे थे।

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रविवार को करनी थी कमरे की सफाई

सूर्यनारायण व सत्यनारायण प्रत्येक रविवार को अपने फ्लैट की सफाई करते थे। शनिवार को भी उन्होंने मां से कहा था कि वह सुबह उठकर सफाई करेंगे और दिन भर टीवी देखेंगे। इस पर मां ने हामी भर दी थी।

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टीवी पर देखनी थी फ्रोजन टू

रविवार को टीवी चैनल पर हालीवुड की डिजनी फिल्म फ्रोजन टू आनी थी। फ्रोजन टू की सीरीज दोनों भाइयों को पसंद थी। शनिवार को मोबाइल फोन पर दोनों ने इस मूवी का ट्रेलर भी देखा था।

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चार माह पूर्व ही पिता ने दिलाए थे दोनों को मोबाइल फोन टीएस पलानी चार माह पूर्व नोएडा में रहते थे। उनके तीनों बच्चे नोएडा इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ते थे। चार माह पूर्व ही प्रतीक ग्रांड सोसायटी में आने के बाद उनका एडमिशन डीपीएस सिद्धार्थ विहार में कराया गया। यहां आनलाइन क्लास के चलते पिता ने चार माह पूर्व ही दोनों को मोबाइल फोन दिलाए थे।

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मोबाइल पर खेलते थे रेसिग गेम दोनों भाई मोबाइल पर रेसिग गेम खेलने के शौकीन थे। जांच में उनके मोबाइल फोन में पुलिस को रेसिग गेम मिला है। जबकि जांच में किसी खतरनाक गेम को खेलने की बात सामने नहीं आई है।

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मामले में विस्तार से जांच की जा रही है। दोनों भाइयों के मोबाइल फोन की जांच कराई गई है। इसमें खतरनाक गेम खेलने की जानकारी नहीं मिली है। जांच के दौरान हादसे से ही मौत होना प्रतीत हो रहा है।

निपुण अग्रवाल, एसपी सिटी प्रथम

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