सब्जी मंडी में किसान भवन को तोड़कर बना दी गई दुकानें

धनंजय वर्मा साहिबाबाद सब्जी व फल मंडी में आने वाले किसानों की सुविधा के लिए यहां पर किसान

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 11:33 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 11:33 PM (IST)
सब्जी मंडी में किसान भवन को तोड़कर बना दी गई दुकानें
सब्जी मंडी में किसान भवन को तोड़कर बना दी गई दुकानें

धनंजय वर्मा, साहिबाबाद: सब्जी व फल मंडी में आने वाले किसानों की सुविधा के लिए यहां पर किसान भवन बनाया गया था, जिसमें किसानों के लेटने, बैठने, नहाने, शौचालय जाने समेत अन्य सुविधाएं दी गई थी। मंडी समिति की ओर से इस भवन को तोड़कर दुकानें बना दी गई हैं। इस भवन में यूपी गेट पर आंदोलन कर रहे किसानों को ठहराने की योजना थी। भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष राजवीर सिंह ने किसान भवन को तोड़ने पर मंडी समिति से आपत्ति जताई है। उन्होंने उच्च स्तर पर इसकी शिकायत करने को कहा है।

किसानों को यहां ठहराने की थी योजना: कड़ाके की ठंड के बीच यूपी गेट पर हजारों की संख्या में किसान ठिठुर रहे हैं। दर्जनों किसान बीमार हो चुके हैं। वहीं, आंदोलन में दक्षिण भारत से भी कुछ किसान आए हैं। यूपी गेट पर रुकने की व्यवस्था न होने पर किसान नेताओं ने योजना बनाई थी कि साहिबाबाद सब्जी मंडी में बने किसान भवन में रात के समय किसानों को रोका जाए। रात में आंदोलनकारी किसान, किसान भवन में रहेंगे और दिन में यूपी गेट पहुंच जाएंगे। इसकी व्यवस्था करने की जिम्मेदारी भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश उपाध्यक्ष राजवीर सिंह को दी गई। राजवीर साहिबाबाद सब्जी मंडी पहुंचे तो किसान भवन गायब देखकर वह हैरान रह गए। किसान भवन को तोड़कर करीब आधा दर्जन दुकानें बना दी गई हैं। राजवीर का आरोप है कि अधिकारियों ने रुपये कमाने के चक्कर में किसान भवन तोड़ दिया।

ध्वस्तीकरण की अनुमति नहीं दिखा सके अधिकारी: राजवीर सिंह का कहना है कि उन्होंने मंडी सचिव विश्वेंद्र कुमार से मुलाकात की। उन्होंने पूछा कि किसकी अनुमति पर किसान भवन तोड़ा गया। भवन को तोड़ने के लिए अनुमति ली गई थी तो उसकी प्रति दिखाने को कहा। आरोप है कि मंडी सचिव ने कहा कि उन्हें साहिबाबाद सब्जी मंडी में आए डेढ़ साल हुए हैं। उनके आने से पहले ही किसान भवन तोड़ा जा चुका था। राजवीर सिंह ने इस मामले में उच्च स्तर पर शिकायत करने को कहा है। मंडी में मेरी पोस्टिग होने से पहले ही किसान भवन को तोड़ दिया गया था। किसान भवन की जगह सात दुकानें बनाई गई हैं। दुकानें नीलाम हो गई हैं।

- विश्वेंद्र कुमार, सचिव साहिबाबाद सब्जी मंडी

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