योग से बने निरोग, उम्र को दे रहे मात

जागरण संवाददाता गाजियाबाद शहर में कितने ही ऐसे वरिष्ठ नागरिक हैं जो हर रोज य

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:16 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 11:16 PM (IST)
योग से बने निरोग, उम्र को दे रहे मात
योग से बने निरोग, उम्र को दे रहे मात

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : शहर में कितने ही ऐसे वरिष्ठ नागरिक हैं जो हर रोज योगाभ्यास करते हैं और योग व प्रणायाम के सहारे पूरी तरह से निरोग हैं। योग करने की शुरुआत से पहले इनको कई परेशानियां थी जो अब पूरी तरह से ठीक हैं। कई बुजुर्गों ने सालों लगातार योग कर अपना वजन 25 किलोग्राम तक कम किया है। साथ ही कोरोना काल में भी पूरी तरह से स्वस्थ रहे हैं। अपने परिवार के सभी सदस्यों को भी योग के लिए प्रेरित कर हैं और सुबह शाम योगाभ्यास कराते भी हैं। 50 से 65 तक की उम्र के वरिष्ठ नागरिक आसानी से कठिन से कठिन योगाभ्यास कर लेते हैं। महिलाओं की उम्र देखकर कोई नहीं कह सकता है कि इनकी 60 के पार तक होगी।

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जब योगासन व प्रणायाम का अभ्यास शुरु किया था उस समय मेरा वजन 120 किलो था। कई शारीरिक परेशानियां थीं। करीब तीन साल से योगाभ्यास कर रहा हूं। फिलहाल वजन सौ किलोग्राम से कम है और 60 के पार उम्र में पूरी तरह से स्वस्थ हूं। खुद योगाभ्यास करने के अलावा दूसरों को भी योगाभ्यास कराता हूं। कोरोना काल में योग व प्रणायाम की कक्षाएं नियमित रूप से आनलाइन संचालित की गई हैं।

- प्रवीण आर्य, योग शिक्षक

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मेरी उम्र 63 साल है। पहले टांगों में, कमर में और शरीर में भी दर्द से बहुत परेशान रहती थी। पूरे दिन आलस बना रहता था और वजन भी बढ़ रहा था। जब से योगाभ्यास शुरु किया है तब से पूरी तरह से स्वस्थ और दवाइयों से दूर हूं। घर के सभी काम खुद करने के बाद भी पूरे दिन ऊर्जा महसूस होती है। नियमित अभ्यास से शरीर में लचीलापन होने की वजह से कठिन योगासन भी आसानी कर लेती हूं और जंपिग कर लेती हूं। पहले पार्क में योगाभ्यास कराती थी, लेकिन अब नियमित आनलाइन योगाभ्यास कराती हूं।

वीना वोहरा, योग शिक्षक, अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान

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चार साल पहले योगाभ्यास शुरु किया था। उस समय साइटिका पेन था और वजन भी बढ़ा हुआ था। योगाभ्यास शुरु करने के दो साल बाद ही 15 किलोग्राम वजन कम हो गया। योग के साथ पौष्टिक खान-पान भी लिया जिससे कमजोरी भी नहीं है। सिर दर्द भी नहीं होता। 60 साल की उम्र है, लेकिन नियमित योगाभ्यास करने की वजह से पूरी तरह से स्वस्थ हूं।

- दर्शना मेहता, वरिष्ठ नागरिक

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नियमित योगाभ्यास से पूरी तरह से स्वस्थ हूं और पूरे शरीर में दिनभर ऊर्जा बनी रहती है। वजन नियंत्रित है और शरीर में भी लचीलापन है। नियमित रूप से योग करती हूं दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करती हूं।

- विभा शर्मा, वरिष्ठ नागरिक

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