संशोधित: अफसरों की बुद्धि शुद्धि के लिए हरनंदी घाट पर किया हवन
जागरण संवाददाता साहिबाबाद हरनंदी को साफ करने के लिए शहर के हर कोने से आवाज बुल
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : हरनंदी को साफ करने के लिए शहर के हर कोने से आवाज बुलंद हो रही है। मंगलवार को लोगों ने अफसरों की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन किया। इस दौरान हरनंदी को स्वच्छ व निर्मल बनाने का लोगों ने संकल्प लिया। हवन के बाद घाट पर पड़े कचरे को साफ किया गया।
सुबह नौ बजे लोग हरनंदी छठ घाट पर पहुंचे। हनुमान मंगलमय परिवार के संयोजक बीके शर्मा ने हवन कराया। बीके शर्मा ने कहा हरनंदी नदी हमारी मां है। हर कीमत पर इसे स्वच्छ रखने का प्रयास करेंगे। लोग पूजा करने के बाद नदी में पूजा सामग्री डालकर चले जाते हैं। सामग्री को पानी में बहाने के बजाय जमीन में दफना देना चाहिए। अधिकारियों को केवल छठ पूजा के समय घाट को साफ करने की याद आती है। नदी में नाले का पानी जा रहा है। नाले के पानी पर रोक लगनी चाहिए। नदी में गंदगी फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रशासन के साथ आम नागरिकों को भी हरनंदी की स्वच्छता के लिए आगे आना होगा। यज्ञ संगोष्ठि में डा. एके जैन, देवाशीष ओझा, शीला रानी, दिलीप कुमार, भूपेंद्र शर्मा, सोमल विश्वास, संजय सिंह, मोहम्मद राशिद, एसके मिश्रा, संजय कुमार सिंह और प्रवीण कुमार मौजूद थे।
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पहले दिल्ली से स्नान करने आते थे लोग :
हरनंदी जब साफ थी तो उस दौरान दिल्ली से लोग स्नान करने आते थे। जब से यह गंदी हुई है तब से लोग इसमें पैर रखना तक पसंद नहीं करते हैं। अब हरनंदी में पानी का स्तर कम हो चुका है। आसपास के गांवों के लोग हरनंदी में ही दाह-संस्कार कर देते हैं। इससे हरनंदी में स्नान करने से अब त्वचा संबंधी व नेत्र रोग होने का डर रहता है।
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हरनंदी को साफ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। आज हमने हरनंदी नदी घाट पर अफसरों की बुद्धि शुद्धि के लिए हवन किया है, ताकि अधिकारी इसे साफ करने के लिए गंभीर हो जाएं।
- बीके शर्मा, स्थानीय निवासी
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शहर का हर व्यक्ति अब हरनंदी को साफ करने की आवाज उठा रहा है। अधिकारियों को भी अब जाग जाना चाहिए। जब तक नाले का पानी नदी में आता रहेगा तब तक यह साफ नहीं होगी।
- डा. एसके मिश्रा, स्थानीय निवासी