कोरोना मरीज को बेड न मिलने पर वीके सिंह के ट्वीट से खलबली

जागरण संवाददाता गाजियाबाद केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद वीके सिंह के एक ट्वीट ने रविवार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:11 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:11 PM (IST)
कोरोना मरीज को बेड न मिलने पर वीके सिंह के ट्वीट से खलबली
कोरोना मरीज को बेड न मिलने पर वीके सिंह के ट्वीट से खलबली

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद वीके सिंह के एक ट्वीट ने रविवार को खलबली मचा दी। उन्होंने एक कोरोना मरीज को बेड न मिलने को लेकर ट्वीट किया था। ट्वीट में लिखा था कि, डीएम गाजियाबाद, कृपया इसे देखें। नीचे लिखा था, मेरे भाई को कोरोना के इलाज के लिए बेड की आवश्यकता है। गाजियाबाद में बेड की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। बस फिर क्या था, ट्वीट वायरल हो गया। बिना सोचे समझे लोग कहने लगे कि केंद्रीय मंत्री को अपने रिश्तेदार के लिए डीएम से मदद मांगनी पड़ रही है। दिल्ली के उत्तमनगर से आप विधायक नरेश बालियान ने लिखा कि ट्वीट करने की जरूरत क्या थी। सीधे फोन कर सकते थे। चंद मिनटों में ही हजारों लोगों ने ट्वीट कर सरकार को आड़े हाथ लेने की कोशिश की। इस कारण गाजियाबाद ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा।

----

मरीज के भाई ने लगाई थी गुहार

कुशीनगर निवारी चंद्र प्रकाश राय के गाजियाबाद में रहने वाले भाई निरेश राय कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उन्होंने वीके सिंह को संदेश भेजा था कि उनका भाई कोरोना पाजेटिव है। उसके लिए गाजियाबाद में बेड की व्यवस्था नहीं हो रही है। वीके सिंह के ट्विटर हैंडल से यह संदेश जिलाधिकारी गाजियाबाद को ट्वीट कर मामले को देखने का निर्देश दिया था, जिसके बाद इसको लेकर हजारों ट्वीट कर दिए गए। हालांकि वीके सिंह ने तुरंत स्थिति स्पष्ट करते हुए लिखा कि एक मरीज के भाई की गुहार को उन्होंने ट्वीट किया ताकि प्रशासन उक्त मरीज तक पहुंच सके। लिखा कि वह (मरीज) खून के रिश्ते में तो मेरा भाई नहीं है, लेकिन इंसानियत के नाते तो है। ----

फिर दी नसीहत

वीके सिंह ने स्थिति साफ करने वाले ट्वीट को तुरंत डिलीट कर एक और ट्वीट किया कि ट्रोल्स और इंटरनेट पर जल्दबाजी में काम करने वालों की समझदारी का स्तर देखकर आश्चर्यचकित हूं। वह ट्वीट जिलाधिकारी को किया था। फारवर्ड किया गया ट्वीट हिदी में है। मरीज के लिए बेड का इंतजाम हो गया है। साथ ही उन्होंने समझदारी में सुधार करने की नसीहत दी। वहीं वीके सिंह के ट्वीट में मरीज का नाम या संपर्क के लिए नंबर नहीं दिया गया था। इस कारण स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पहले मरीज को ट्रेस नहीं कर पाए। बाद में वीके सिह के कार्यालय में फोन कर मरीज को ट्रेस किया और बेड मुहैया करा दिया है।

----

डीएम की सक्रियता पर उठे सवाल

वीके सिंह ने अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी को भी शामिल किया था। शलभमणि ने गाजियाबाद के जिलाधिकारी को मामला देखने के लिए लिखा था। मगर एक व्यक्ति ने उन्हें जवाब दिया कि, शलभ भाई, आपको जानकर ताज्जुब होगा कि इस डिजिटल इंडिया में डीएम साहब ट्विटर पर जुलाई-2020 के बाद देखे नहीं गए, ट्विटर पर उन्हें लिखकर कोई फायदा नहीं है। बता दें कि डीएम गाजियाबाद के ट्विटर हैंडल से अंतिम ट्वीट 28 जुलाई-2020 को किया गया था।

chat bot
आपका साथी