गोल्डन कार्ड बनाने में लापरवाही बरतने वालों को नोटिस जारी : सीएमओ
जागरण संवाददाता गाजियाबाद विधानसभा चुनावों की आहट के साथ ही घर-घर जाकर जरूतमंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने की कवायद तेज है। केंद्र के साथ प्रदेश सरकार की अहम योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन न होने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के दो दर्जन से अधिक अधिकारियों की लापरवाही उजागर होने पर सीएमओ द्वारा नोटिस जारी किया गया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: विधानसभा चुनावों की आहट के साथ ही घर-घर जाकर जरूतमंदों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने की कवायद तेज है। केंद्र के साथ प्रदेश सरकार की अहम योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन न होने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के दो दर्जन से अधिक अधिकारियों की लापरवाही उजागर होने पर सीएमओ द्वारा नोटिस जारी किया गया है।
दरअसल, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जिले के 7.40 लाख चयनित लाभार्थियों के सापेक्ष तीन साल में केवल 19 फीसद के ही गोल्डन कार्ड बने हैं। इस योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का मेडिकल बीमा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.भवतोष शंखधर ने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान) के तहत गोल्डन कार्ड बनाने में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों एवं मेडिकल स्टाफ के खिलाफ अब सख्ती कर दी गई है। 10 चिकित्सकों समेत 25 को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 11 अक्टूबर से वितरित होंगे कार्ड, आया बजट: जनप्रतिनिधियों द्वारा ब्लाक और जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करते हुए गोल्डन कार्ड वितरित होंगे। ब्लाक स्तर पर पांच हजार और जिला स्तर पर कार्यक्रम के लिए 10 हजार का बजट शासन स्तर से अवमुक्त किया गया है। पांच रुपये प्रति कार्ड के हिसाब से कार्ड को लेमिनेट करने के लिए जारी किए गए हैं। साढ़े आठ हजार अंत्योदय कार्डधारकों के गोल्डन कार्ड बनाने के लिए 20 टीम लगाई गई हैं।
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सरकारी रिकार्ड में दर्ज विवरण
कुल लाभार्थी परिवार- 1,48,079
कुल सदस्यों की संख्या- 7,40,395
अब तक बने गोल्डन कार्ड- 1,40,517
एक सदस्य का कार्ड बनाए गए परिवार-44,820
एक भी सदस्य का कार्ड न बनने वाले परिवार-1,03,259