बुखार होने पर कोरोना की जांच कराएं, ओमिक्रोन से कतई न घबराएं: सीएमओ

जिले में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव की तैयारियां तेज कर दी गईं हैं। स्वास्थ्य

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 08:23 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 08:23 PM (IST)
बुखार होने पर कोरोना की जांच कराएं, ओमिक्रोन से कतई न घबराएं: सीएमओ
बुखार होने पर कोरोना की जांच कराएं, ओमिक्रोन से कतई न घबराएं: सीएमओ

जिले में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन से बचाव की तैयारियां तेज कर दी गईं हैं। स्वास्थ्य विभाग ने विदेश से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की निगरानी बढ़ा दी है। घर जाकर कोरोना जांच कराई जा रही है। ओमिक्रोन की रोकथाम को लेकर दो अस्पताल आरक्षित कर दिए गए हैं। जांच बढ़ा दी है। इन्हीं मुद्दों को लेकर दैनिक जागरण के मदन पांचाल ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर से विस्तृत बातचीत की। प्रस्तुत हैं मुख्य अंश: सवाल-कोरोना की पहली, दूसरी लहर के वैरिएंट और ओमिक्रोन में क्या अंतर है? जवाब- विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार कोरोना वायरस कुछ समय के अंतराल पर अपना स्वरूप बदल रहा है। पहले वायरस की चपेट में आने पर एक संक्रमित द्वारा कम से कम 40 लोगों को प्रभावित किया गया था। दूसरी लहर में यह संख्या 80 पर पहुंच गई। ओमिक्रोन के बारे में संपर्क में आने पर 90 लोग संक्रमित हो सकते हैं। संक्रमण फैलने की तीव्रता अधिक है। सवाल-नए वैरिएंट के लक्षण के बारे में बताएं? जवाब- बुखार आना, जुकाम होना, खांसी और सांस लेने में परेशानी होना नए वैरिएंट के संभावित लक्षण हैं लेकिन कोरोना जांच कराने और रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद जीनोम सिक्वेंसिग जांच के बाद ही ओमिक्रोन की पुष्टि होती है। सवाल-कोरोना संक्रमित होने पर अस्पताल में भर्ती होना चाहिए अथवा नहीं है? जवाब- संक्रमित होने पर घर में ही क्वारंटाइन हो जाना चाहिए। चिकित्सक की सलाह पर दवाएं लेनी चाहिए। रैपिड रेस्पांस टीम की निगरानी में होम आइसोलोशन में रहकर कोविड प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए। माइल्ड लक्षणों पर भर्ती होने की जरूरत नहीं है। फेफड़ों में संक्रमण होने और आक्सीजन स्तर घटने पर ही कोविड अस्पताल में भर्ती होना चाहिए। सवाल-ओमिक्रोन को लेकर क्या-क्या तैयारियां हैं? जवाब- संयुक्त अस्पताल और संतोष अस्पताल को ओमिक्रोन संक्रमितों के इलाज के लिए आरक्षित कर दिया गया है। निजी कोविड अस्पतालों में भी 10-10 बेड आरक्षित कराए गए हैं। सीएचसी और पीएचसी में भी मरीजों को भर्ती किए जाने के इंतजाम किए जा रहे हैं। 11 सरकारी और 20 निजी अस्पतालों में आक्सीजन प्लांट चालू हो गए हैं। पीकू वार्ड भी बनाए गए हैं।

-------------- जरूरी बातें

----------- क्या न करें

- बुखार आने पर उसे छिपाएं नहीं

- कोरोना की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने पर उससे दूरी बनाएं लेकिन बहिष्कार न करें।

- अफवाह न फैलाएं

- बिना वजह सार्वजनिक स्थलों पर न जाएं।

------ क्या करें

- बुखार, खांसी, जुकाम, सांस लेने में परेशानी होने पर खुद को होम आइसोलेट कर लें।

- कोविड कंट्रोल रूम को सूचना दें

- कोरोना की जांच करा लें

- विदेश से आने वाले पड़ोसी की सूचना कंट्रोल रूम को जरूर दें।

- निगरानी समितियों को सहयोग करें।

- मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी का अनुपालन करें।

- कोरोनारोधी टीके की दोनों डोज जरूर लगवाएं।

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इन केंद्रों पर कोरोना जांच निश्शुल्क कराएं गुरुद्वारा इंदिरापुरम, नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र वैशाली सेक्टर -1, ईएसआइ चिकित्सालय साहिबाबाद, संयुक्त चिकित्सालय संजयनगर सेक्टर -23, सीजीएचएस चिकित्सालय कमला नेहरू नगर, रामलीला मैदान निकट घंटाघर, स्वास्थ्य केंद्र विजय नगर सेक्टर- नौ, खोड़ा कालोनी बरातघर, जिला एमएमजी चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, डासना, लोनी, मुरादनगर, मोदीनगर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोजपुर।

------ विदेश से आने वाले यात्रियों के साथ ही कोरोना संदिग्ध की जानकारी इन्हें दें।

8090002018 जिला सर्विलांस अधिकारी डा. आरके गुप्ता

9810354002 जिला मलेरिया अधिकारी डा. ज्ञानेंद्र मिश्रा

9958730038 सीएमएस जिला एमएमजी अस्पताल डा. अनुराग भार्गव

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