500 से अधिक कार चोरी कर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार

जागरण संवाददाता गाजियाबाद मसूरी पुलिस व एसपी देहात की एसओजी टीम ने संयुक्त रूप से कार्र

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 08:42 PM (IST) Updated:Sat, 04 Sep 2021 08:42 PM (IST)
500 से अधिक कार चोरी कर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
500 से अधिक कार चोरी कर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : मसूरी पुलिस व एसपी देहात की एसओजी टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए एक अंतरराज्जीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के दो वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है जबकि इनके सात साथी अभी फरार हैं। पकड़े गए आरोपितों से पुलिस ने चोरी की 10 कार, 30 इसीएम, तीन कटे हुए इंजन, 45 हजार रुपये व नंबर मिटाने के उपकरण बरामद किए हैं। आरोपितों ने पूछताछ में बताया है कि उनके निशाने पर सबसे अधिक होंडा सिटी कार होती थी, दूसरे राज्यों में इसकी कीमत अधिक मिल जाती है। पूछताछ में आरोपितों ने चोरी की 500 से अधिक कार बेचने की बात कबूल की है। गिरोह को पकड़ने वाली टीम को एसएसपी ने 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। पकड़े गए बदमाशों का नेटवर्क उत्तर प्रदेश, एनसीआर से लेकर जम्मू-कश्मीर तक फैला हुआ है।

शनिवार को एक प्रेसवार्ता में एसएसपी पवन कुमार व एसपी देहात डा. ईरज राजा ने बताया कि पकड़े गए आरोपित नेहरूनगर निवासी प्रदीप कुमार उर्फ पिटू व दिल्ली नंदनगरी निवासी अजीम है। जबकि गिरोह का सरगना मीरपुर गांव, ट्रोनिका सिटी निवासी वसीम, नंदनगरी दिल्ली निवासी याकूब, सुंदरनगरी दिल्ली निवासी फेमू, मेरठ निवासी इमरान, लोनी निवासी नूर मोहम्मद उर्फ रिकू, सोनीपत हरियाणा निवासी संजय दहिया और लोनी निवासी जाहिद फरार हैं। आरोपित प्रदीप इंदिरापुरम के नीतिखंड में और अजीम नंदनगरी दिल्ली में कार मैकेनिक हैं। गिरोह के बदमाश कार चोरी कर इनकी वर्कशाप पर लेकर आते हैं और यहीं इनके चेसिस व इंजन नंबर बदले जाते हैं। दोनों आरोपित कारों को काटते भी हैं और पूर्व में सैकड़ों कारों को काट चुके हैं।

-------

चोरों का दूर-दूर तक फैला हुआ है नेटवर्क एसएसपी ने बताया कि आरोपितों के गिरोह में मेरठ और दिल्ली के कबाड़ी भी शामिल हैं। यह कबाड़ी पुरानी और दुर्घटनाग्रस्त कारों के दस्तावेज अपने नाम करा लेते हैं और काटी गई कार के माडल और कलर के मुताबिक ही कार चोरी करते हैं। चोरी की गई कार के इंजन और चेसिस नंबर पर काटी गईं कार के नंबर खराद के द्वारा बदल देते हैं। इसके बाद कागजों के आधार पर उन्हें बेच देते हैं। खरीददार के नाम बाकायदा आरटीओ दफ्तर से पेपर भी ट्रांसफर कराए जाते हैं। लग्जरी कारों को ये लोग चार से पांच लाख रुपये में बेचते हैं।

chat bot
आपका साथी