लकी-ड्रा के झांसे में बताया ओटीपी, ठग ने दो लाख की ट्रांजेक्शन की

जागरण संवाददाता गाजियाबाद सस्ता स्मार्टफोन बुक करने के बाद लकी ड्रा का झांसा दे ठग ने युव

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Dec 2020 06:52 PM (IST) Updated:Sun, 20 Dec 2020 06:52 PM (IST)
लकी-ड्रा के झांसे में बताया ओटीपी, ठग ने दो लाख की 
ट्रांजेक्शन की
लकी-ड्रा के झांसे में बताया ओटीपी, ठग ने दो लाख की ट्रांजेक्शन की

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: सस्ता स्मार्टफोन बुक करने के बाद लकी ड्रा का झांसा दे ठग ने युवक के खाते की जानकारी ले ली और फिर तीन दिन में करीब दो लाख रुपये की ट्रांजेक्शन कर लीं। ठग ने पीड़ित के खाते में पैसे जमा कराए और फिर निकाल भी लिए। क्लाइंट के भेजे पांच हजार रुपये भी निकाल लिए। फर्जीवाड़े का पता चलने पर पीड़ित ने थाना सिहानी गेट में शिकायत दी है।

ओटीपी बताने के बाद नहीं आया कोई मैसेज

सद्दीकनगर सिहानी में रहने वाले अमित कुमार वर्मा कचहरी में कार्यरत हैं। 15 दिसंबर को उनकी पत्नी ने सिमसिम कंपनी का एक एड फेसबुक पर देखा, जिसमें चार जीबी रैम का फोन सात हजार रुपये में खरीदने का आफर दिया गया था। पत्नी के कहने पर उन्होंने फोन बुक कर दिया। अगले ही दिन उनके पास फोन आया। कालर ने खुद को सिमसिम कंपनी से बता कहा कि अमित का मोबाइल नंबर लकी ड्रा में चयनित हुआ है। 12.60 लाख रुपये या सफारी कार में से कोई एक आफर ले सकते हैं। टैक्स के नाम पर फीस भरने की बात कही तो अमित ने पहले अपने खाते में रुपये डालने को कहा। कालर ने रुपये डालने के नाम पर पहले अमित के एसबीआइ खाते की जानकारी ली और फिर डेबिट कार्ड की फोटो मंगा ली। झांसे में लेकर ओटीपी पूछ लिया। इसके बाद उनके मोबाइल पर कोई मैसेज नहीं आया।

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ठगी में इस्तेमाल किया खाता

18 दिसंबर को उनके क्लाइंट ने पांच हजार रुपये भेजे, लेकिन मैसेज नहीं आया। बैंक स्टेटमेंट निकालीं तो पता चला कि रुपये भेजे गए थे, लेकिन तुरंत निकाल लिए गए। इतना ही नहीं दो दिन में 1.20 लाख रुपये की ट्रांजेक्शन की गई थीं। 19 दिसंबर को भी आरोपित ने 80 हजार रुपये की ट्रांजेक्शन कर दीं, जिसके बाद पीड़ित ने खाते को ब्लाक कराया। आशंका है कि ठग ने अन्य लोगों से ठगी कर उनके खाते में पैसे मंगाए और फिर निकाल लिए। सभी ट्रांजेक्शन कोलकाता से की गई हैं। आरोपित को काल कर अमित ने विरोध जताया तो गाली-गलौज कर धमकी दी कि उसका भाई डीएसपी है। कुछ नहीं बिगाड़ सकते। एसएचओ सिहानी गेट कृष्ण गोपाल शर्मा का कहना है कि मोबाइल नंबर को ट्रेस करने का प्रयास कर रहे हैं। रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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