ऋण दिलाने का झांसा देकर करोड़ों ठगने वाले चार गिरफ्तार

गाजियाबाद फोन पर ऋण दिलाने के नाम पर करीब एक हजार व्यक्तियों से करोड़ों रुपये की ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर नगर कोतवाली पुलिस ने शनिवार को चार आरोपित गिरफ्तार किए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Jan 2021 08:26 PM (IST) Updated:Sat, 02 Jan 2021 08:26 PM (IST)
ऋण दिलाने का झांसा देकर करोड़ों ठगने वाले चार गिरफ्तार
ऋण दिलाने का झांसा देकर करोड़ों ठगने वाले चार गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: फोन पर ऋण दिलाने के नाम पर करीब एक हजार व्यक्तियों से करोड़ों रुपये की ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर नगर कोतवाली पुलिस ने शनिवार को चार आरोपित गिरफ्तार किए हैं। इनसे आठ मोबाइल, चार पासबुक, 17 फर्जी ऋण स्वीकृत पत्र, 21 डाटा शीट, दो चेक, 800 व्यक्तियों के आधार व पैन कार्ड समेत अन्य दस्तावेज मिले हैं। कोर्स के नाम पर खोल रखा था काल सेंटर:

सीओ प्रथम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित हरियाणा के जींद अजय सिंह, भिवाड़ी निवासी विकास व हरीश और संजयनगर निवासी भीम त्यागी हैं। अजय गिरोह का सरगना है। आरोपित बीते तीन साल से अलग-अलग शहरों में काल सेंटर खोलकर ठगी कर रहे थे। शनिवार को पुलिस ने इन्हें पटेल नगर से गिरफ्तार किया है, जहां आरोपितों ने मालिक को इंग्लिश स्पीकिग इंस्टीट्यूट की बात कह आफिस किराए पर लिया था। पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे रैंडम तरीके से मोबाइल नंबर मिलाकर फोन पर ही ऋण देने का झांसा देते थे। अधिकांश लोग मना कर देते थे, लेकिन कुछ लोग आरोपितों के चंगुल में फंस जाते थे। नामी कंपनी का लेते थे नाम:

आरोपित खुद को भारत फाइनेंशियल इनक्लूजन लिमेटेड से बताकर फर्जी नंबरों से ऋण प्रोसेस होने और फिर स्वीकृत होने के मैसेज भेजते थे। आरोपित पहले प्रोसेसिग फीस के नाम पर 3.5 हजार रुपये और फिर नौ हजार रुपये रकम खाते में ट्रांसफर कराने के नाम पर लेते थे। आरोपित आगे भी अलग-अलग झांसे देकर रकम अपने खातों में जमा कराते और तुरंत एटीएम से रकम निकाल लेते थे। पीड़ित के शक जाहिर करने या विरोध करने पर सिम तोड़कर फेंक देते थे। आरोपितों से मिली चार पासबुक में बीते एक साल के दौरान दो करोड़ रुपये से अधिक की ट्रांजेक्शन दर्ज हैं।

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