चेहरे खौफजदा : बता रहे जा रहे शादी, मुंडन और चुनाव में..
जागरण संवाददाता साहिबाबाद कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद : कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने शनिवार व रविवार को कर्फ्यू घोषित किया, जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी शनिवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक पूर्ण लाकडाउन की घोषणा कर दी।
इसके बाद से बस अड्डों पर दूर-दराज के जिलों में अपने घरों को लौटने वालों की तादाद अचानक बढ़ गई। हालांकि बात करने पर जाने की वजह किसी ने बेटी की शादी तो किसी ने बेटे के मुंडन को बताया। किसी ने चुनाव तो किसी ने फसल काटने की बात की, लेकिन असल में उनके चेहरे की मायूसी डर और दर्द बयां कर रहे थे। हर कोई कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच लगती पाबंदियों से सहमा नजर आया।
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300 से अधिक बसें बढ़ी, 300 की मांग कौशांबी व आनंद विहार बस अड्डे पर बढ़ी भीड़ को देखते हुए परिवहन विभाग ने 300 से अधिक बसों को बढ़ाया है। कौशांबी में 700 के अलावा 200 अतिरिक्त व आनंद विहार में 400 के अलावा 100 अतिरिक्त बसें संचालित हो रही हैं। बढ़ती भीड़ की को देखते हुए मेरठ, अलीगढ़, मुरादाबाद, नोएडा व बरेली क्षेत्र से 300 अतिरिक्त बसों की मांग की है।
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भीड़ का अंदाजा पहले से ही था अधिकांश उन्हीं रूट के लिए सवारी निकल रही हैं, जहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हैं। इसलिए अतिरिक्त बसों की व्यवस्था पहले ही कर ली गई थी। अभी देर तक व्यवस्था के बाद अन्य रीजन से भी बसों की मांग की गई है। लोगों में कोरोना संक्रमण और लाकडाउन को लेकर भी भय है।
- एके सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक
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पश्चिम विहार, दिल्ली की एक फैक्ट्री में काम कर रहा था। अभी बेटे का मुंडन कराना है, जिसके लिए गांव जा रहे हैं। मुंडन के बाद परिवार को वापस छोड़कर काम पर आ जाएंगे।
मोनू, निवासी कानपुर
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गुरुग्राम में बेलदारी करता हूं। परिवार के साथ गांव जा रहे हैं। फसल कटाई भी करानी है। इसके बाद लौट आएंगे। जाने की योजना पहले ही बन गई थी।
बबलू, निवासी बहराइच
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दिल्ली, पहाड़गंज में परिवार के साथ रह, वहां कारपेंटर का काम करते थे। अभी बेटी की शादी है, जिसके लिए परिवार के साथ गांव जा रहे हैं। शादी के बाद लौट आएंगे।
छोटूलाल, निवासी गोरखपुर
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रोहिणी, दिल्ली की एक फैक्ट्री में काम करते हैं। परिवार के साथ गांव जा रहे हैं। गांव में चुनाव हैं, जहां वोट देने के बाद कुछ दिन परिवार के बीच रुकेंगे और फिर लौट आएंगे।
- श्रवण कुमार, निवासी सीतापुर