कृषि सुधार विधेयक के विरोध में सड़क पर उतरे किसान

मशक्कत की और किसानों को मौके से उठवाया। किसान अधिकारियों को ज्ञापन देकर वापस लौट गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 08:39 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 08:39 PM (IST)
कृषि सुधार विधेयक के विरोध में सड़क पर उतरे किसान
कृषि सुधार विधेयक के विरोध में सड़क पर उतरे किसान

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि सुधार विधेयक के विरोध में शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन समेत अन्य संगठनों के नेतृत्व में किसानों ने जिले में कई स्थानों पर धरना-प्रदर्शन किया। किसानों ने मोदीनगर में दिल्ली-मेरठ हाईवे पर कई जगह और हापुड़ चुंगी के पास जाम लगाया। घंटों लगे जाम में वाहन चालक व आमजन को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौके पर पहुंचे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने घंटों की कड़ी मशक्कत की और किसानों को मौके से उठवाया। किसान अधिकारियों को ज्ञापन देकर वापस लौट गए। मोदीनगर में सुबह साढ़े 10 बजे सड़कों पर बैठे किसान

भाकियू अराजनैतिक के तत्वावधान में बड़ी संख्या में किसान शुक्रवार सुबह तहसील पहुंचे। यहां किसानों ने तहसील के सामने दिल्ली-मेरठ हाईवे पर अपने ट्रैक्टर-ट्राली, गाड़ी, मोटरसाइकिल खड़े कर दिए और खुद सड़क पर बैठ गए। सुबह साढ़े 10 बजे से किसानों का धरना शुरू हुआ। सभी ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का कहना था कि सरकार हमारी बातों को गंभीरता से ले। सरकार कृषि सुधार के नाम पर किसानों का शोषण कर रही है। इस दौरान भाकियू अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष विजेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा जारी किए गए तीनों कृषि विधेयक किसानों के हित के नहीं हैं। इससे किसानों को बंधुआ बनने का खतरा है। जिनती जल्दी हो सके, सरकार इन विधेयकों को वापस लें। वरना आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा। किसानों ने हाईवे पर काजमपुर गेट के सामने भी धरना दिया। हाईवे पर 10 से अधिक ट्रैक्टर खड़े कर दिए। सैंकड़ों की तादात में किसान हाईवे पर बैठ गए। इस दौरान किसान नेता नेपाल सिंह ने कहा कि एक तरफ किसान अभी तक लॉकडाउन में हुए नुकसान से ही नहीं उभरा है। अब सरकार ने किसान विरोधी तीन और विधेयक जारी कर दिए। इसके बाद दोपहर करीब एक बजे एसडीएम आदित्य प्रजापति और सीओ सुनील कुमार सिंह धरनास्थल पर पहुंचे। वहां उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी आवाज को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। इस मौके पर सतेंद्र त्यागी, वीरेंद्र त्यागी, विजय चौधरी, सौरभ ठाकुर, राकेश चौधरी, शमशेर राणा, विशाल सिंह, मनीष चौधरी, अंकुश, कुलदीप चौधरी, रामअवतार त्यागी समेत अन्य किसान मौजूद थे। हापुड़ चुंगी पर किसानों ने लगाया जाम

कृषि विधेयकों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के बैनर तले किसानों ने रईसपुर धरना स्थल से चलकर हापुड़ चुंगी पर जाम लगाया। इस दौरान करीब आधा घंटे लगे जाम में वाहन चालक परेशान हुए और वाहनों की लंबी कतार लग गई। भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष राजबीर सिंह ने किसानों को संबोधित किया। दोपहर करीब 11.45 से 12.15 बजे तक जाम लगाने के बाद किसानों ने एडीएम सिटी शैलेंद्र कुमार सिंह व एसपी सिटी अभिषेक वर्मा को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव व मांगेराम त्यागी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ किसानों के समर्थन में हापुड़ चुंगी पर मौजूद रहे। इस मौके पर रईसपुर, हरसांव, सिहानी, रजापुर, सदरपुर आदि गांवों के किसानों में हरेंद्र नेहरा, राजेंद्र सिंह, हरीनिवास, शौदान आदि मौजूद रहे। ये हैं किसानों की मांग

- केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों विधेयक वापस लिए जाएं।

- गन्ना बकाया का अविलंब किसानों को भुगतान किया जाए।

- सीपीडब्ल्युडी भूमि विवाद का निस्तारण न होने तक कब्जा लेने के लिए विभागीय टीम न भेजी जाए। फोटो 25जीपीजी-12

कांग्रेसियों को पुलिस ने धरा

जासं, गाजियाबाद : हापुड़ चुंगी के अलावा महानगर कांग्रेस ने अ‌र्द्धनग्न होकर शहर के घंटाघर चौक को जाम करने की घोषणा की थी। महानगर कांग्रेस कार्यालय कंपनी बाग के रास्ते में पुलिस कांग्रेसियों को रोकने के लिए मौजूद थी। कांग्रेसियों ने गलियों से निकलकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें जवाहर गेट के निकट दबोच लिया। महानगर अध्यक्ष मनोज कौशिक व कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। फोटो 25जीपीजी-14

रालोद ने भी जताया विरोध

जासं, गाजियाबाद : केंद्र सरकार द्वारा पारित कराए गए कृषि विधेयकों का राष्ट्रीय लोकदल ने मेरठ रोड तिराहा स्थित चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे बैठकर विरोध जताया। जिलाध्यक्ष ओमपाल चौधरी ने कहा कि निरंतर किसान के साथ अन्याय हो रहा है। राष्ट्रीय प्रवक्ता इंद्रजीत सिंह टीटू ने कहा कि विधेयक पर हस्ताक्षर करने से पहले राष्ट्रपति इस पर मंथन जरूर करें। इस मौके पर मनवीर सिंह चौधरी, तेजपाल चौधरी, अमरजीत चेयरमैन मौजूद रहे।

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