किशोरों और युवाओं को जरायम की दुनिया में धकेल रहा महंगा शौक

अवनीश मिश्र साहिबाबाद गाजियाबाद जिले में अपराध का ग्राफ कम नहीं हो रहा है। हत्या सामूहि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 07:32 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 08:12 PM (IST)
किशोरों और युवाओं को जरायम की दुनिया में धकेल रहा महंगा शौक
किशोरों और युवाओं को जरायम की दुनिया में धकेल रहा महंगा शौक

अवनीश मिश्र, साहिबाबाद : गाजियाबाद जिले में अपराध का ग्राफ कम नहीं हो रहा है। हत्या, सामूहिक दुष्कर्म, अपहरण, डकैती, लूट, चोरी, साइबर सहित अन्य अपराध हो रहे हैं। इनमें किशोरों और युवाओं की संलिप्तता भी काफी पाई जा रही है। चकाचौंध भरी जिदगी और महंगे शौक उन्हें जरायम की दुनिया में धकेल रहे हैं। मां-बाप सहित अन्य अभिभावक उन पर नजर रखकर उन्हें अपराध के दलदल में जाने से बचा सकते हैं।

पुलिस ने हत्या, सामूहिक दुष्कर्म, लूट और साइबर से संबंधित तमाम अपराधों का राजफाश किया है। उसमें बहुत ही चौंकाने वाली बातें सामने आईं हैं। पता चला है कि किशोर और युवा महंगे शौक पूरा करने के लिए अपराध कर रहे हैं। बतौर बानगी 2020 में लोनी में वर्चस्व कायम करके दुकानदारों से रंगदारी मांगने के लिए गैंग-11 (इस गिरोह में 11 युवक शामिल थे) ने चिरौड़ी में हलवाई मोनू गर्ग को दिनदहाड़े गोली मार दी। पुलिस ने चार दिन बाद गैंग लीडर निखिल को दो साथियों विनीत और नितिन के साथ दबोच लिया। फरवरी में इंदिरापुरम में तीन किशोरों ने निजी कंपनीकर्मी विजय शंकर के साथ मारपीट करके मोबाइल व नकदी लूटी। जुलाई में किशोरों ने वैशाली स्थित फ्लैट में चोरी की। पुलिस की जांच में आया कि उन्होंने नशा करने के लिए वारदात को अंजाम दिया। शनिवार को लिक रोड थाना पुलिस ने लूट के आरोपित मानिक सांगवान व रोहन और उनके द्वारा लूटे गए सामान को बेचने वाले सुहैल व सुमित को गिरफ्तार किया। इन सभी मामलों में सामने आया कि आरोपितों ने महंगे शौक पूरा करने लिए वारदात को अंजाम दिया। इससे तस्दीक हो रही है कि किशोर और युवा महंगे शौक पूरा करने के लिए अपराध के दलदल में जा रहे हैं।

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तमाम किशोरों और युवाओं से पूछताछ में सामने आया है कि उन्होंने महंगे शौक पूरा करने के लिए अपराध किया था। इस कारण अपराधों में संलिप्त किशोरों की काउंसिलिग की जाती है, ताकि वह दोबारा अपराध न करें।

- ज्ञानेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय, गाजियाबाद।

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किशोर और युवा हो चुके बच्चों पर मां-बाप को नजर बनाए रखनी चाहिए। उनके स्वभाव व व्यवहार में अचानक कोई बदलाव आए तो फौरन सचेत हो जाना चाहिए। उनसे बात करके जीवन में होने वाले उतार-चढ़ाव आदि की जानकारी देनी चाहिए। इससे उन्हें अपराध की दुनिया में जाने से रोका जा सकता है।

- डा. संजीव त्यागी, वरिष्ठ मनोचिकित्सक।

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बरतें सावधानी :

- बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें।

- उनसे हरदिन कम से कम 15-20 मिनट बात करें।

- उनके दोस्तों के बारे में जानकारी रखें।

- गलत आदतों वाले दोस्तों से दूर रहने के लिए समझाएं।

- उनके शिक्षकों से भी समय-समय पर बात करते रहें।

- उन्हें समझाएं कि गलत रास्ते पर जाकर शौक पूरा करने से उन्हें जेल हो जाएगी।

- उनके अपराध करने से पूरे परिवार को नुकसान होगा।

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