हादसा पीड़ितों का धरना खत्म कराने को थाने पहुंचे ईओ

फोटो-03मोदी-02 जागरण संवाददाता मुरादनगर उखलारसी हादसा पीड़ितों का धरना शुक्रवा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 06:27 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 06:27 PM (IST)
हादसा पीड़ितों का धरना खत्म कराने को थाने पहुंचे ईओ
हादसा पीड़ितों का धरना खत्म कराने को थाने पहुंचे ईओ

फोटो-03मोदी-02

जागरण संवाददाता, मुरादनगर :

उखलारसी हादसा पीड़ितों का धरना शुक्रवार को भी नगरपालिका में जारी रहा। इस दौरान कई सामाजिक व राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों ने धरने को अपना समर्थन दिया। उधर, धरने को खत्म कराने के लिए ईओ मुरादनगर अभिषेक कुमार थाने में कार्यवाहक थाना प्रभारी सोमपाल सिंह से मिले। लेकिन थाना प्रभारी ने अधिकारिक स्तर से इस मामले में कदम उठाए जाने की बात कही। करीब एक साल पहले उखलारसी स्थित अंत्येष्टि स्थल में बनी गैलरी की छत गिरने से 25 लोगों की मौत होने के मामले में हादसा पीड़ित सोमवार से नगरपालिका में धरने दे रहे हैं। उनका धरना कड़ी सर्दी और बूंदाबांदी के बीच शुक्रवार को भी जारी रहा। इस दौरान कांग्रेस, रालोद और समाजवादी पार्टी से जुड़े नेता उनको अपना समर्थन देने पहुंचे। हादसा पीड़ितों ने एक बार फिर साफ कर दिया कि वे तब तक धरने को खत्म नहीं करेंगे, जब तक उनको सरकारी नौकरी, सभी आरोपितों पर सख्त कार्रवाई, आवास, घायलों के इलाज का पूरा खर्च दिलाने की मांग पूरी नहीं होगी। पीड़ितों ने बताया कि अब धरना दिन के साथ-साथ रात में भी चलेगा। उधर, ईओ अभिषेक कुमार शुक्रवार को कार्यवाहक थाना प्रभारी सोमपाल सिंह से मिले और धरने को बलपूर्वक खत्म कराने की मांग की। इसपर सोमपाल सिंह ने मामले में अधिकारिक स्तर से कदम उठाए जाने की बात कहकर किसी भी तरह की कार्रवाई करने से अपना पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद ईओ ने महिला मीडियाकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि जिस मामले में पुलिस ने मीडियाकर्मियों की शिकायत पर कार्रवाई की, उसमें पूरी गलती मीडियाकर्मियों की रही है। लेकिन इस मामले में भी थाना प्रभारी का जवाब गोलमोल रहा। इसके बाद ईओ निराश होकर थाने से लौट आए। ध्यान रहे कि हादसा पीड़ितों का पानी और शौचालय भी ईओ के आदेश पर बंद कर दिया गया था। हंगामे की स्थिति के बाद पानी और शौचालय को खोला गया। इस बारे में थाना प्रभारी सोमपाल सिंह ने बताया कि ईओ इस मामले में उनसे मिले थे। लेकिन यह मामला उनके स्तर का नहीं है। इसलिए उनको किसी भी तरह की कार्रवाई से मना कर दिया गया।

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