कुत्ते से टकराकर गिरी बुजुर्ग की मोपेड, ट्रैक्टर-ट्राली ने कुचला

मोपेड के कुत्ते से टकराने से एटलस साइकिल कंपनी से सेवानिवृत्त बुजुर्ग अधिकारी सड़क पर गिर गए तभी पीछे से तेजी गति से आ रहे धान से भरे ट्रैक्टर-ट्राली ने उन्हें कुचल दिया। हादसे में बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 04:34 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 04:34 PM (IST)
कुत्ते से टकराकर गिरी बुजुर्ग की मोपेड, ट्रैक्टर-ट्राली ने कुचला
कुत्ते से टकराकर गिरी बुजुर्ग की मोपेड, ट्रैक्टर-ट्राली ने कुचला

जागरण संवाददाता, सोनीपत : मोपेड के कुत्ते से टकराने से एटलस साइकिल कंपनी से सेवानिवृत्त बुजुर्ग अधिकारी सड़क पर गिर गए, तभी पीछे से तेजी गति से आ रहे धान से भरे ट्रैक्टर-ट्राली ने उन्हें कुचल दिया। हादसे में बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद चालक ट्रैक्टर-ट्राली को छोड़कर भाग गया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

भगतराज सिंह ने पुलिस को बताया कि वह गांव सांदल खुर्द के निवासी हैं। उनके बड़े भाई रणसिंह (70) सोनीपत में एटलस साइकिल कंपनी में अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त थे। वह बृहस्पतिवार सुबह करीब नौ बजे अपनी मोपेड से पेंशन लेने के लिए शहर जा रहे थे। जब वह गांव शहजादपुर के पास पहुंचे तो सड़क पर घूम रहे कुत्ते से टकराकर उनकी मोपेड सड़क पर गिर गई। उसी समय ट्रैक्टर-ट्राली में धान लेकर चटिया औलिया का किसान आ रहा था। किसान ने सड़क पर गिरे रणसिंह को बचाने का प्रयास किया, लेकिन ट्राली का पहिया उनके ऊपर से उतर गया। हादसे के बाद उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पेंशन के कागजात से हुई पहचान

हादसे के बाद वहां लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। भीड़ का फायदा उठाकर चालक ट्रैक्टर छोड़कर भाग गया। लोगों ने हादसे की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। पुलिस ने बुजुर्ग की जेब से मिले पेंशन के कागजात व बैंक पासबुक से उनकी शिनाख्त की। उनके मोबाइल नंबर से घर पर परिवार के लोगों को हादसे की जानकारी दी गई। पुलिस ने भगतराज की शिकायत पर ट्रैक्टर चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर शव नागरिक अस्पताल भेज दिया। दोपहर में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्राली को कब्जे में ले लिया है। हर साल होते हैं सौ से ज्यादा हादसे

परिवहन विभाग के सचिव जगवीर सिंह ने बताया कि सड़कों पर कुत्तों से टकराने या कुत्तों को बचाने के प्रयास में हर साल सौ से ज्यादा सड़क हादसे होते हैं। इनमें से ज्यादातर हादसों में दो पहिया वाहन पर सवार यात्रियों को गंभीर चोट लगती हैं। जिले में वर्ष 2019 में कुत्तों से टकराकर दो पहिया वाहन सवार नौ लोगों की जान गई थी। इस साल अभी तक पांच लोगों की मौत कुत्तों के कारण हो चुकी हैं। लोगों ने कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने की मांग की है।

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